Diesel Prices Impact: डीजल के बढ़ते दामों का असर, देश में 40 फीसदी महंगी हुई सब्जियां
ट्रांसपोर्ट की लागत में 65 फीसदी हिस्सा डीजल का होता है. 20-25 फीसदी हिस्सा मेंटनेंस, इंश्योरेंस, ईएमआई आदि का होता है.
नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी की वजह से सड़क से लेकर किचन तक सबकुछ महंगा हो रहा है. आधे से ज्यादा देश में पेट्रोल 100 रुपये और डीजल 90 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया है. तेल के दाम बढ़ने के कारण मालभाड़ा बढ़ रहा है. जिस कारण सब्जियां भी महंगी हो रही हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, महीनेभर के भीतर ही सब्जियां 40 फीसदी तक महंगी हो गई.
दिल्ली की आजादपुर मंडी में जहां जून के शुरुआती हफ्ते में आलू 15-20 रुपये किलो बिक रहा था, अब 25 रुपये किलों बिक रहा है. टमाटर, करेला की कीमत 30 रुपये से बढ़कर अब 40 रुपये तक हो गई है. 30-40 रुपये बिकने वाला प्याज अब 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. इसी तरह दूसरी लौकी, भिंडी, बैगन, मटर जैसी दूसरी सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं.
फल-सब्जियों पर मालभाड़े में 25 फीसदी का इजाफा
पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों का सीधा असर आम चीजों पर पड़ रहा है. खाघ तेल, साबुन, टूथपेस्ट, किचन का सामान सबकुछ महंगा हो रहा है. दिल्ली में आज पेट्रोल 100 रुपये और डीजल 90 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. पिछले दो महीनों में करीब 10 रुपये प्रति लीटर तेल की कीमत में बढ़ोतरी देखी गई है. यही नहीं, सैनिटाइजेशन, टोल, मेंटनेंस, इंश्योरेंस भी बढ़ा है. कुल मिलाकर ट्रांसपोर्ट की लागत करीब 30 से 35 फीसदी बढ़ गई है. वहीं मालभाड़े में 20 से 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है.
आपको बता दें, ट्रांसपोर्ट की लागत में 65 फीसदी हिस्सा डीजल का होता है. 20-25 फीसदी हिस्सा मेंटनेंस, इंश्योरेंस, ईएमआई आदि का होता है. इस तरह डीजल का भाव बढ़ने से ट्रांसपोर्ट की लागत बढ़ जाती है और फिर सभी सामान महंगा होने लगता है.
ये भी पढ़ें-
Petrol Diesel 9 July: देशभर में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे उच्च स्तर पर, जानिए अपने शहर का रेट
नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बदल दिया मंत्रालय में काम करने का समय, अब दो शिफ्टों में होगा काम