सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर 1.5 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाई, ढाई रुपये सस्ता होगा पेट्रोल, डीजल
इसके अलावा वित्त मंत्री का कहना है कि राज्य अगर पेट्रोल, डीजल पर वैट घटा दें तो ईंधन पर ग्राहकों को 5 रुपये तक की राहत मिल सकती है.
नई दिल्लीः पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों पर आखिरकार सरकार ने राहत दे दी है. केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर 1.5 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटा दी है. इसके बाद पेट्रोल, डीजल ढाई रुपये तक सस्ता हो जाएगा. इस राहत में तेल कंपनियों का भी हाथ रहेगा और वो पेट्रोल, डीजल पर 1 रुपया कम करेंगी. आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका एलान किया है.
अरुण जेटली ने एलान किया है कि एक्साइज ड्यूटी घटाने से इस साल सरकार पर 10,500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार बढ़ेगा.
We are writing to the state govts that as the central govt is cutting Rs 2.50 on both petrol & diesel, they do the same: FM Arun Jaitley pic.twitter.com/7QQ6TFrsnJ
— ANI (@ANI) October 4, 2018
इसके अलावा वित्त मंत्री का कहना है कि राज्य अगर पेट्रोल, डीजल पर वैट घटा दें तो ईंधन पर ग्राहकों को 5 रुपये तक की राहत मिल सकती है. अतंर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की स्थिति बहुत अस्थिर है और ग्लोबल बाजार में तेल की कीमते लगातार चढ़ती जा रही हैं. इसके चलते सरकार ने घरेलू तौर पर लोगों को राहत देने के लिए ये फैसला किया है.
Excise duty to be reduced by Rs.1.50 & OMCs will absorb 1 rupee. So, a total of Rs.2.50 will be reduced on both diesel and petrol: Finance Minister Arun Jaitley pic.twitter.com/sV4eZwmKEw
— ANI (@ANI) October 4, 2018
अरुण जेटली ने कहा कि ब्रेंट क्रूड बुधवार को चार साल के उच्चतम स्तर 86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, अमेरिका में ब्याज दर सात साल के उच्च स्तर पर है. इन सबका असर भारतीय बाजार में ईंधन कीमतों पर देखा जा रहा है. महंगाई दर अभी चार फीसदी से कम है और ऊंचे टैक्स कलेक्शन से राजकोषीय घाटे के मोर्चे पर संतोषजनक स्थिति देखी जा रही है. हालांकि ग्लोबल अस्थिरता पर सरकार नजरें रखी है.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से चिंतित सरकार इसके अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले निगेटिव असर को रोकने के विकल्पों पर विचार कर रही थी. इस बारे में बुधवार शाम को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यहां पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मुलाकात की थी. ऐसा माना जा रहा है कि दोनों मंत्रियों ने कच्चे तेल की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कीमतों और रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिरते जाने के असर को दूर करने पर चर्चा की. सूत्रों ने ये जानकारी दी है.
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने गुरुवार को जारी नोटिफिकेशन में बताया कि पेट्रोल और डीजल के दाम क्रमश: 15 पैसे और 20 पैसे प्रति लीटर बढ़ाये गए हैं. इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल अब 84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 75.45 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. यह दोनों का अब तक का सबसे ऊंचा है. एक दिन के ठहराव के बाद 04 अक्टूबर को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक बार फिर बढ़ोतरी हुई है. देश की आर्थिक राजधानी कही जानेवाली मुंबई में पेट्रोल की कीमत पहले ही 91 रुपये से उपर चल रही है और डीजल भी 80 के पार जा चुका है. बता दें कि मुंबई में 91.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल 80.10 रुपये प्रति लीटर की दर पर बाजार में उपलब्ध है. ईंधन के बढ़ते दाम से किसानों की पहले से बदहाल स्थिति और खराब होने की आशंका है. खासकर रबी फसलों पर इसका अधिक असर पड़ने का अनुमान है. डीजल अभी रिकॉर्ड उच्च कीमत पर बेचा जा रहा है. यह कृषि क्षेत्र में सबसे इस्तेमाल किया जाता है. खेत जोतने के लिए ट्रैक्टर से लेकर सिंचाई के पंपसेट तक डीजल से ही चलते हैं. इसलिए डीजल के महंगा होने से किसानों पर इसका असर पड़ना अवश्यंभावी है. आर्थिक मोर्चे पर चौतरफा सुनामी: सेंसेक्स 800 अंक गिरा, ऐतिहासिक गिरावट के साथ रुपया 74 के पास थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के नियम बदले, जानें कितना बढ़ा आपके 2 व्हीलर, 4 व्हीलर इंश्योरेंस पर प्रीमियम