पेट्रोल कीमतें कम नहीं हो रहीं, क्योंकि राज्य इसे GST के दायरे में नहीं लाना चाहते- पेट्रोलियम मंत्री
पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर उपचुनाव है. यहां चुनाव प्रचार के लिए पुरी बुधवार को कोलकाता में थे. इस दौरान उन्होंने टीएमसी सरकार पर निशाना साधा.
कोलकाता: पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमत ने आम जनता की कमर तोड़ रखी है. आखिर ये कीमत कम क्यों नहीं हो रही. पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इसकी वजह बतायी है. पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम नहीं हो रही हैं, क्योंकि राज्य इसे जीएसटी के दायरे में नहीं लाना चाहते हैं.
पुरी ने एक इंटरव्यू में कहा कि पश्चिम बंगाल में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये के पार हो गई हैं क्योंकि टीएमसी सरकार भारी टैक्स लगा रही है. उन्होंने कहा, 'अगर आपका सवाल है कि क्या आप चाहते हैं कि पेट्रोल की कीमतें कम हों, तो इसका जवाब हां है. अब, अगर आपका सवाल है कि पेट्रोल की कीमतें नीचे क्यों नहीं आ रही हैं, तो इसका जवाब है क्योंकि राज्य इसे जीएसटी के तहत लाना नहीं चाहते हैं.'
पुरी ने बताया केंद्र एक लीटर पर कितना टैक्स लेता है
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, 'केंद्र 32 रुपये प्रति लीटर (पेट्रोल पर टैक्स के रूप में) लेता है. हमने 32 रुपये प्रति लीटर कर लिया, जब तेल की कीमत 19 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी और हम अभी भी वही ले रहे हैं, जबकि कीमत बढ़कर 75 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गई. पेट्रोल पर लिए गए टैक्स का इस्तेमाल कल्याणकारी योजनाओं के लिए किया जाता है. पश्चिम बंगाल सरकार ने जुलाई में कीमतों में 3.51 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की, जिसके चलते पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर से महंगा हो गया.'
उन्होंने आगे कहा, 'संयुक्त कराधान यहां (पश्चिम बंगाल) लगभग 40 फीसदी है. बयान देना बहुत आसान है. अगर आपने (टीएमसी सरकार) 3.51 रुपये की बढ़ोतरी नहीं की होती, तो यह अभी भी 100 रुपये प्रति लीटर से कम होती.' पुरी बुधवार को भवानीपुर उपचुनाव के प्रचार के लिए कोलकाता में थे. इस चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बीजेपी की प्रियंका टिबरेवाल और माकपा के श्रीजीब बिस्वास के बीच मुकाबला है.
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