केजरीवाल ने कहा- दिल्ली में रेड की धमकी देकर बंद कराए गए पेट्रोल पंप, माफी मांगे बीजेपी
दिल्ली सरकार के पेट्रोल, डीजल पर वैट घटाने से इनकार करने के विरोध में आज को राष्ट्रीय राजधानी के 400 पेट्रोल पंप और उनसे जुड़े सीएनजी पंप बंद रहेंगे. दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) ने बंद का एलान किया है.
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के पेट्रोल, डीजल पर वैट घटाने से इनकार करने के विरोध में आज को राष्ट्रीय राजधानी के 400 पेट्रोल पंप और उनसे जुड़े सीएनजी पंप बंद रहेंगे. दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) ने बंद का एलान किया है. इस सिलसिले में राज्य के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार चला रही पार्टी बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने पेट्रोल वालों को धमकी दी है कि जो आज हड़ताल नहीं करेगा, उस पर इंकम टैक्स की रेड कराई जाएगी. वहीं, केजरीवाल ने इसके लिए बीजेपी से माफी की मांग की.
केजरीवाल ने आरोपों से भरे अपने ट्वीट में कहा, "भाजपा ने पेट्रोल वालों को धमकी दी है कि जो आज हड़ताल नहीं करेगा, उस पर इंकम टैक्स की रेड कराई जाएगी. तेल कंपनियों ने भी धमकी दी है कि जो पेट्रोल पम्प हड़ताल नहीं करेगा, उसके ख़िलाफ़ सख़्त ऐक्शन होगा. भाजपा वाले दिल्ली वालों को तंग करना बंद करें. ये दिन दहाड़े गुंडागर्दी बंद करें."
भाजपा ने पेट्रोल वालों को धमकी दी है कि जो आज हड़ताल नहीं करेगा, उस पर इंकम टैक्स की रेड कराई जाएगी
तेल कंपनियों ने भी धमकी दी है कि जो पेट्रोल पम्प हड़ताल नहीं करेगा, उसके ख़िलाफ़ सख़्त ऐक्शन होगा भाजपा वाले दिल्ली वालों को तंग करना बंद करें। ये दिन दहाड़े गुंडागर्दी बंद करें — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 22, 2018
केजरीवाल ने पूछा कि मुंबई में क्यों नहीं हड़ताल केजरीवाल ने आगे लिखा, "पिछले चार सालों में पेट्रोल पर अनाप शनाप टैक्स मोदी जी ने लगाया है, हमने नहीं लगाया. मोदी जी टैक्स कम करें और जनता को राहत दें. हम मांग करते हैं की पेट्रोल-डीज़ल को GST के दायरे में लाया जाए. केंद्र सरकार पेट्रोल डीज़ल को GST में क्यों नहीं ला रही?"
वहीं, दिल्ली के सीएम ने अंग्रेज़ी में किए गए एक ट्वीट में लिखा, "चार महानगरों की तुलना में दिल्ली में तेल की कीतमें सबसे कम हैं. मुंबई, जहां तेल की कीमतें सबसे ज़्यादा हैं, वहां के पेट्रोल पंप हड़लात पर क्यों नहीं हैं?" उन्होंने इसके पीछे तर्क दिए की मुंबई में बीजेपी की सरकार है और इसीलिए वहां हड़ताल नहीं हुआ है. वहीं, उन्होंने दिल्ली के हड़ताल के पीछे बीजेपी के हाथ होने की बात कही और ये भी कहा कि बीजेपी को दिल्ली के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.
Oil prices lowest in Delhi amongst the four metros. Why aren’t petrol pumps in Mumbai, which has highest prices, on strike? Becoz Mumbai is BJP govt and BJP is behind today’s strike in Delhi. BJP MUST apologize to the people of Delhi pic.twitter.com/v5BUI0cfRG
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 22, 2018
बीजेपी ने कहा- अड़ियल रवैया छोड़ें केजरीवाल वहीं, दिल्ली विधानसभा में बीजेपी के नेता ने कहा, "दिल्ली मे पेट्रोल पम्पो की 23 घंटे की हड़ताल से दिल्ली की जनता को हो रही परेशानी की ज़िम्मेदार @AAPDelhi सरकार तुरन्त अड़ियल रवैया छोड़ पैट्रोल डीज़ल से वैट कम कर हड़ताल वापिस करवाए."
दिल्ली मे पेट्रोल पम्पो की 23 घंटे की हड़ताल से दिल्ली की जनता को हो रही परेशानी की ज़िम्मेदार @AAPDelhi सरकार तुरन्त अड़ियल रवैया छोड़ पैट्रोल डीज़ल से वैट कम कर हड़ताल वापिस करवाये।@BJP4India @BJP4Delhi
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) October 22, 2018
डीपीडीए ने बयान में कहा कि दिल्ली में करीब 400 पेट्रोल पंप ऐसे हैं, इनमें कइयों से सीएनजी स्टेशन भी जुड़े हुये हैं, यह सभी दिल्ली सरकार के फैसले के विरोध में सोमवार को 24 घंटे के लिये बंद रहेंगे. ये सभी पंप 22 अक्टूबर सुबह 6 बजे से लेकर 23 अक्टूबर को सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगे.
डीपीडीए के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा, "केंद्र सरकार ने चार सितंबर को पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क सहित 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. जिसके बाद पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों ने अपने वैट में भी इतनी ही कटौती कर जनता को पांच रुपये तक राहत दी थी."
उन्होंने कहा, "लेकिन दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट घटाने से इनकार कर दिया जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तुलना में ईंधन महंगा हो गया." सिंघानिया ने कहा कि दिल्ली में ईंधन महंगा और उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा जैसे राज्यों में सस्ता होने से ग्राहक वहां के पेट्रोल पंपों पर जा रहे हैं. इससे राजधानी के पेट्रोल पंपों की बिक्री में भारी गिरावट आयी है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली से सटे राज्यों के मुकाबले दाम में अंतर होने की वजह से दिल्ली में डीजल की बिक्री में 50 से 60 प्रतिशत और पेट्रोल की बिक्री में इस तिमाही में 25 प्रतिशत तक गिरावट आई है. डीपीडीए के अध्यक्ष ने कहा कि सोमवार को दिल्ली के सभी 400 पंप पेट्रोल, डीजल की न ही खरीद करेंगे और न ही बिक्री होगी.
संगठन ने दिल्ली सरकार से आग्रह किया है कि वह पेट्रोल, डीजल पर तुरंत वैट में कटौती करे और वाहन चालकों को यूरो- छह श्रेणी का ईंधन खरीदने के लिये प्रोत्साहित करे. इससे न केवल राज्य सरकार के राजस्व नुकसान की भरपाई होगी बल्कि पेट्रोल पंप मालिकों और उनके कर्मचारियों की जीविका को भी बचाया जा सकेगा.