Jammu Kashmir Rain: कश्मीर में पेट्रोल की किल्लत, नेशनल हाईवे भी प्रभावित, भारी बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें
Jammu Kashmir News: कश्मीर में पिछले कई दिनों से हुए भारी बारिश के चलते चीजें अस्त व्यस्त रहीं. राजमार्ग प्रभावित हुए, अमरनाथ यात्रा रोकी गई और अब ईंधन की समस्या से लोग जूझ रहे हैं.
Jammu Kashmir Landslide: जम्मू-कश्मीर में पिछले काफी दिनों से भारी बारिश हो रही है. जिसकी वजह से कश्मीर में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. अचानक आई बाढ़ से नेशनल हाईवे जाम हुए तो कई जगहों पर राजमार्ग के कुछ हिस्से इस बाढ़ में बह गए. इसके बाद अब घाटी के लोग ईंधन की कमी से जूझ रहे हैं.
खासतौर पर पेट्रोल की कमी ने कश्मीर घाटी को प्रभावित किया है. इसका मुख्य कारण जाम लगना है. हालांकि इस जाम को हटाने के लिए अधिकारी लगे हुए हैं. अचानक आई बाढ़ के चलते हुए भूस्खलन से राजमार्ग प्रभावित हुआ और रामबन में कम से कम दो जगहों पर राजमार्ग के कुछ हिस्से बह गए.
अब राजमार्ग को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है, लेकिन तेल और आवश्यक आपूर्ति ले जाने वाले भारी वाहनों, ट्रकों और टैंकरों के चलने पर प्रतिबंध के कारण, कई उपभोक्ताओं को ईंधन की कमी का सामना करना पड़ा है.
राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से आपूर्ति कम
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने और पेट्रोल जैसी वस्तुओं की कमी के कारण नागरिकों को आवश्यक वस्तुओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अधिकांश पेट्रोल पंपों में ईंधन खत्म हो गया है. हालांकि, डीजल अभी भी उपलब्ध है और जिन पंपों पर पेट्रोल की कुछ आपूर्ति है, वे अब आपूर्ति को नियंत्रित कर रहे हैं.
लगातार चार दिनों तक बंद रहा राजमार्ग
जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग जो कश्मीर के लिए जीवन रेखा के रूप में जाना जाता है, 10 जुलाई से लगातार चार दिनों तक बंद रहा और चूंकि ये कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी है, इसलिए आवश्यक आपूर्ति की कमी हो गई है.
शाम तक मिलेगा ईंधन की कमी से छुटकारा- बिधूड़ी
मंडलायुक्त कश्मीर विजय कुमार बिधूड़ी ने ईंधन की कुछ कमी की पुष्टि करते हुए कहा कि आज शाम संकट खत्म होने की संभावना है और ईंधन की कमी से किसी को परेशानी नहीं होगी. उन्होंने कहा, "हम आज शाम ईंधन की ताजा आपूर्ति की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे ईंधन की कमी का संकट खत्म हो जाएगा." .
भूस्खलन के कारण राजमार्ग को भारी नुकसान
भारी बारिश के कारण हुए कई भूस्खलनों के कारण राजमार्ग को गंभीर क्षति हुई और बहाली का काम अभी भी चल रहा है, हालांकि इस आवश्यक लिंक का बंद होना घाटी के लोगों के लिए कोई नई बात नहीं है और पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है.