पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर घिरी सरकार तो बचाव में उतरे हरदीप सिंह पुरी, बताया क्यों बढ़े दाम
लोकसभा में एक सवाल के जवाब में, मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलएनजी की कीमतें अप्रैल 2021 से फरवरी 2022 की तुलना में 37 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई हैं.
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को देश में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी पर सरकार का बचाव करते हुए कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में वृद्धि के कारण है. हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि लोगों को सस्ती कीमतों पर ईंधन उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं.
लोकसभा में एक सवाल के जवाब में, मंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलएनजी की कीमतें अप्रैल 2021 से फरवरी 2022 की तुलना में 37 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई हैं. ऐसा कोविड संकट के बाद दुनिया के एक हिस्से में एक अस्थिर स्थिति और सैन्य कार्रवाई के कारण हुआ.
उन्होंने कहा कि जहां तक एलपीजी की कीमत का संबंध है, यह अप्रैल 2020 से मार्च 2022 तक 285 प्रतिशत बढ़ गया है और यह वृद्धि पिछले छह महीनों से ही 37 प्रतिशत हो गई है. इसलिए, मैं इन तथ्यों को सदस्यों और इस सदन के सामने रखना चाहता हूं, ताकि वे समझ सकें कि आज की अंतरराष्ट्रीय स्थिति क्या है.
हरदीप पुरी ने आगे कहा कि इन सबके बावजूद, सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है कि उपभोक्ता को एक किफायती मूल्य पर ईंधन मिले. उन्होंने कहा कि सरकार का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सीएनजी उपलब्ध कराया जाए.
बता दें कि पिछले दो दिन से ईंधन की कीमत में 80-80 पैसे का इजाफा किया जा रहा था, जिसके बाद देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गए थे. दिल्ली में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 97.01 रुपये है. वहीं 1 लीटर डीजल का दाम 88.27 रुपये है. हालांकि आज पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं, जिससे लोगों की बड़ी राहत मिली है.
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