Action Against PFI: भारत सरकार (GOI) इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को प्रतिबंधित कर सकती है. कानून प्रवर्तन एजेंसियों (Law Enforcement Agencies) और पुलिस (Police) को पीएफआई के खिलाफ पर्याप्त सबूत (Eevidence Against PFI) मिले हैं, जिनके आधार पर संगठन को बैन किया जा सकता है. 


एनआईए (NIA) की लीड पर मंगलवार (27 सितंबर) को सात राज्यों की पुलिस ने पीएफआई से जुड़े लोगों के खिलाफ छापेमारी (Raids on PFI) की. मंगलवार की छापेमारी में पीएफआई द्वारा देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और हवाला के जरिये पैसे जुटाकर उन्माद फैलाने के सबूत मिले हैं.


27 सितंबर की कार्रवाई


मंगलवार को सात राज्यों में पीएफआई से कथित संबंध रखने वाले 170 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया या गिरफ्तार किया गया. पीएफआई पर आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने का अक्सर आरोप लगाया जाता रहा है. इसके खिलाफ पांच दिन पहले (22 सितंबर को) देशभर में इसी तरह की एक कार्रवाई किए जाने के बाद ये छापे मारे गए. उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, असम और मध्य प्रदेश की पुलिस ने पीएफआई के खिलाफ ये छापे मारे. 


22 सितंबर की पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई


एनआईए के नेतृत्व में विभिन्न एजेंसी की टीम ने देश में आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने के आरोप में 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ 15 राज्यों में छापेमारी की थी. उसके 106 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था. एनआईए, पीएफआई की संलिप्तता वाले 19 मामलों की जांच कर रही है. 


मंगलवार को इतने लोग किए गए गिरफ्तार


अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने असम और महाराष्ट्र, प्रत्येक राज्य में 25 लोगों को गिरफ्तार किया. उत्तर प्रदेश में 57 और दिल्ली में 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है. मध्य प्रदेश में 21, गुजरात में 10 और कर्नाटक में 80 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया. महाराष्ट्र में औरंगाबाद, ठाणे और नांदेड़ सहित छह जिलों से 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा पुणे पुलिस ने पीएफआई और इसकी राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से जुड़े छह लोगों को हिरासत में लिया.


बता दें कि पीएफआई का गठन 2006 में किया गया था. संगठन भारत में हाशिये पर मौजूद वर्गों के सशक्तिकरण के लिए नव-सामाजिक आंदोलन चलाने का दावा करता है. हालांकि, कानून प्रवर्तन एजेंसी का दावा है कि पीएफआई कट्टर इस्लाम का प्रसार कर रहा है. इस संगठन का गठन केरल में किया गया था और इसका मुख्यालय दिल्ली में है. पीएफआई के खिलाफ राष्ट्रव्यापी कार्रवाई के बाद उस पर देशभर में प्रतिबंध लगने की संभावना है.


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