PFI Member Arrested: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर लगे प्रतिबंध के बाद दिल्ली पुलिस ने पीएफआई के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस ने पीएफआई और उससे जुड़े हुए संगठनों के खिलाफ दूसरी एफआईआर नॉर्थ ईस्ट जिले के खजूरी खास में दर्ज की है. 


पुलिस ने पीएफआई के पॉलिटिकल विंग एसडीपीआई (SDPI) के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष डॉ. इसरार अली खान और सदस्य डॉ समून को गिरफ्तार किया है. दोनों के खिलाफ यूएपीए (UAPA) के तहत केस हुआ है. इन दोनों को 27 सितंबर को दिल्ली पुलिस एक्ट 107/151 के तहत पकड़ा गया था. उन्हें 7 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था और दोनों ही सोमवार को जेल से बाहर आए थे, लेकिन फिर इन्हें पकड़ लिया गया.


पुलिस ने यहा कहा


दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की कि खजूरी खास थाने में यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज करते हुए पीएफआई के पॉलिटिकल विंग एसडीपीआई के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. डॉ इसरार के परिजनों ने कहा परिवार का इतिहास देश और समाज सेवा का रहा है. इसरार के घरवालों का दावा कि उन्हें दिल्ली पुलिस गलत तरीके से फंसा रही है.


उनके बेटे डॉक्टर इमरान ने बताया कि उनके पिता आयुर्वेद के डॉक्टर और 90 के दशक में यूपी के प्रतापगढ़ से दिल्ली आए थे, तब से श्रीराम कॉलोनी में रह रहे हैं. वो लंबे समय से बीएसपी से जुड़े रहे हैं. बसपा संस्थापक कांशीराम के समय वह महासचिव रहने के साथ ही करावल विधानसभा से विधायक औऱ निगम पार्षद का चुनाव भी लड़ चुके हैं.


डॉक्टर इमरान का कहना है कि लगभग 2016 में उनके पिता ने एसडीपीआई में शामिल हुए थे. कभी भी किसी प्रकार की कोई भड़काऊ स्पीच या गैर कानूनी गतिविधि में लिप्त नहीं रहे हैं. उन्होंने बताया कि 27 सितंबर को 3 बजे दिल्ली पुलिस ने उन्हें घर से ही पकड़ा था. हमें मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने दवा किया कि डॉ इसरार अली को भड़काऊ भाषण देते हुए पकड़ा गया है. हालांकि अभी तक हमें पुलिस की तरफ से कोई दस्तावेज नहीं मिला है. 


'हमारा परिवार देश सेवा में रहा'


डॉ इसरार के पड़ोसे में रहने वाले छोटे भाई ने बताया कि उनके परिवार में दूसरे बड़े भाई सेना में रहे और एक बड़े भाई मध्य प्रदेश पुलिस में रह चुके हैं. हमारा परिवार देश सेवा में रहा है. मेरे भाई पहले बसपा में लंबे समय तक रहे हैं. शायद ये एक कदम हो सकता है, जिसकी वजह से अब  पुलिस उन्हें इस तरह से गिरफ्तार कर रही है, जो सरासर गलत है. इसरार के पड़ोस में रहने वाले एक शख्स ने बताया कि डॉक्टर साहब हर किसी की मदद में आगे रहे हैं और कभी उन्होंने किसी भी तरह की भड़काऊ स्पीच या कोई और गैर कानूनी गतिविधि में हिस्सा नहीं लिया है.


डॉ समून के परिवार ने नहीं की बात


जब डॉक्टर समून के घर उनके परिवार से बातचीत करने के लिए चांद बाग स्थित उनके घर एबीपी की टीम पहुंची तो उन लोगों ने कैमरे पर कुछ भी बात करने से मना कर दिया. उनका कहना था कि उन्हें जिसके सामने अपना पक्ष रखना होगा रखेंगे, लेकिन मीडिया से हम बात नहीं करेंगे.


यह भी पढ़ें-


PFI Ban: 'आतंक और दंगा फैलाने वालों पर होगा कड़ा प्रहार', पीएफआई बैन पर मनोज तिवारी का बड़ा बयान


PFI Ban: पीएफआई पर लगे बैन पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद की प्रतिक्रिया, पूछ दिया ये सवाल