PFI के विरोध प्रदर्शन में लगे 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे, BJP नेता पुलिस कमिश्नर से करेंगे शिकायत
'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे वाले वीडियो पर खूब हंगामा हो रहा है. आज बीजेपी नेता पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेंगे और शिकायत देंगे. विस्तार से पढ़ें क्या है पूरा मामला.
PFI Protest Viral Video: इंटरनेट पर पुणे का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पीएफआई (Popular Front Of India) के विरोध प्रदर्शन में कथित रूप से कुछ लोग 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाते दिख रहे हैं. इस वीडियो के वायरल होते ही हंगामा शुरू हो गया. इसी मामले को लेकर अब बीजेपी नेता जगदीश मलिक आज पुलिस आयुक्त से मुलाकात करेंगे.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा नेता पीएफआई के विरोध के दौरान पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए पुणे के पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता से मुलाकात कर रहे हैं. इससे पहले महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को कहा कि वह राज्य और देश में राष्ट्र विरोधी कार्यों में शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात करेंगे.
चंद्रशेखर बावनकुले की टिप्पणी सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के बाद आई है. इस वीडियो में दिखाया गया है कि पुणे में पीएफआई द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाया गया था.
'इन्हें देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया जाए'
भाजपा अध्यक्ष ने आगे कहा, 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वालों को देशद्रोह के मामलों में गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने के लिए बोलूंगा, जो राज्य और देश में राष्ट्र विरोधी कार्यों में शामिल है. मैं मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मांग करूंगा कि ऐसे लोग महाराष्ट्र में जहां भी हों, उन्हें खोजें और उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करें."
22 सितंबर को हुई थी रेड
इस मामले में पुलिस का बयान भी सामने आ चुका है. पुलिस ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और कानून के मुताबिक कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा. गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी, प्रवर्तन निदेशालय और पुलिस की संयुक्त टीमों ने 22 सितंबर को पीएफआई के खिलाफ देश के 15 राज्यों में कई छापे मारे थे और 106 से अधिक सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
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