NIA Raid On PFI: केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ अपना कड़ा विरोध जताते हुए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) ने केरल में आज सुबह से शाम तक की हड़ताल का आह्वान किया है. इस दौरान भारी बवाल की खबर है. केरल से लेकर तमिलनाडु तक जमकर तोड़फोड़ की जा रही है, बताया जा रहा है कि तमिलनाडु में बीजेपी दफ्तर पर भी हमला किया गया है. कोच्चि में सरकारी बसों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की गई है. साथ ही, तिरुवनंतपुरम में भी तोड़फोड़ की खबरें सामने आ रही है.


PFI के कार्यकर्ताओं ने एनआईए की अगुवाई में कई एजेंसियों द्वारा अपने कार्यालयों, नेताओं के घरों और अन्य परिसर में छापेमारी के विरोध में केरल में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पीएफआई पर देश में आतंकवादी गतिविधियों का कथित रूप से वित्तपोषण करने को लेकर ये छापेमारी की थी.



केंद्र सरकार को कहा फासीवादी सरकार


एक PFI  सदस्य ने कहा कि इसकी राज्य समिति ने पाया कि संगठन के नेताओं की गिरफ्तारी ‘राज्य प्रायोजित आतंकवाद’ का हिस्सा थी. पीएफआई के राज्य महासचिव ए अब्दुल सथार ने कहा, ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नियंत्रण वाली फासीवादी सरकार की ओर से केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके असहमति की आवाज को दबाने के प्रयास के खिलाफ राज्य में 23 सितंबर को हड़ताल का आयोजन किया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि हड़ताल का आयोजन सुबह 6 बजे से शुरू होगा, जो शाम को 6 बजे तक चलेगा. 


केरल में गुरुवार को भी हुआ प्रदर्शन


इससे पहले गुरुवार सुबह जैसे ही एनआईए और अन्य खुफिया एजेंसियों के देशभर में मौजूद फीएफआई कार्यकर्ताओं के ठिकानों पर छापेमारी की खबर आई, तो पीएफआई कार्यकर्ताओं ने उन स्थानों की ओर मार्च निकाला, जहां छापे मारे गए और केंद्र व उसकी जांच एजेंसियों के खिलाफ नारे लगाए. पीएफआई के एक सूत्र ने यहां बताया कि तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टयम, एर्णाकुलम और त्रिशूर समेत लगभग सभी जिलों में प्रदर्शन किए गए. सूत्र ने बताया, ‘छापे मुख्यत: (पीएफआई)राज्य और जिला समितियों के कार्यालय व उसके पदाधिकारियों के आवास पर मारे गए. हालांकि, शुरुआत में हमें लगा कि प्रवर्तन निदेशालय ने छापे मारे हैं, लेकिन बाद में हमें जानकारी मिली कि यह कार्ऱवाई ईडी की तरफ से नहीं, बल्कि एनआईए व उसके साथ मौजूद दूसरी जांच एजेंसियों की तरफ से हो रही है.


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