Phone Tapping Case: चार्जशीट में बड़ा खुलासा, IPS रश्मि शुक्ला के आदेश पर संजय राउत और एकनाथ खड़से का फोन किया गया टैप
Mumbai Phone Tapping Case: मुंबई की कोलाबा पुलिस ने चार्जशीट में कहा है कि उनको जांच के दौरान ऐसा लगा कि यह फोन टैपिंग किसी राजनीतिक दल या किसी राजनीतिक व्यक्ति के लिए की गई थी.
Phone Tapping Case: मुंबई की कोलाबा पुलिस ने आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला (IPS Rashmi Shukla) के खिलाफ दर्ज फोन टैपिंग के मामले में मंगलवार को किला कोर्ट में करीब 700 पन्नों की चार्जशीट दायर की है. इस चार्जशीट में पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं.
चार्जशीट के अनुसार SID के अधिकारी ने कोर्ट में दिए अपने बयान में बताया कि जब उसने पाया की एस रहाटे के नाम से शिवसेना नेता संजय राउत और खड़ासने के नाम से एकनाथ खड़से का फोन टेप किया जा रहा है तब उसने उस समय की SID चीफ़ रश्मि शुक्ला से सवाल किया था. लेकिन रश्मि ने कहा कि "मैं कमिश्नर हूं, मैं बोलती हूं, तो नंबर सर्विलांस पर लगा दो, तो फिर नंबर 419 के पावर से लगा दो”.
रश्मि शुक्ला खुद आती थी रिकॉर्डिंग सुनने
पुलिस ने कहा है कि उनको जांच के दौरान ऐसा लगा कि यह फोन टैपिंग किसी राजनीतिक दल या किसी राजनीतिक व्यक्ति के लिए की गई थी. चार्जशीट में कहा गया है की कई बार शुक्ला भी रिकॉर्डिंग सुनने के लिए आया करती थी. चार्जशीट के मुताबिक संजय राउत का फोन 7 नवंबर से 14 नवंबर 2019 और 18 नवंबर से 24 नवंबर 2019 तक 14 दिनों के लिए रिकॉर्ड किया गया. वहीं एकनाथ खड़से के दो फोन नंबरों को सर्विलांस पर रखा गया था. उनका फोन 21 अगस्त से लेकर 17 अक्टूबर 2019 तक के लिए सर्विलांस पर रखा गया था.
वहीं एक अधिकारी ने अपने बयान में बताया की “संजय राउत की रिकोर्डिंग के दौरान उन्होंने पाया कि राउत के नंबर पर उनके घर वालों के फोन आते थे. कुछ ऐसे भी फोन आते थे जिसमें वो सह्याद्रि गेस्ट हाउस, मातोश्री, शिवसेना भवन जाने और वहां मीटिंग को लेकर बात करते थे.” वहीं खड़से की फोन रिकॉर्डिंग में कई बार उनके घर वालों के बीच बातचीत सुनाई पड़ती थी.
रश्मि ने स्वीकारी थी फोन टैपिंग की बात
फोन टैपिंग चार्जशीट में रश्मि शुक्ला के इस बयान को भी जोड़ा गया है जिसमें शुक्ला ने कहा था कि “मुझे इतनी पुरानी बातें याद नहीं हैं, मैंने राज्य की सुरक्षा के लिए कई फोन सर्विलांस पर लगाए थे. मैंने किसी भी राजनीतिक दल का व्यक्ति विशेष के लिए फोन टैपिंग नहीं किया बल्कि सुरक्षा के मद्देनजर नियमों के मुताबिक ही जो करना था वो किया”
इसके अलावा फोन टैपिंग पर बोलते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि “मुझे किसी ने बताया था कि मेरा फोन टैपिंग पर रखा गया है. इसके बावजूद मैंने कभी अपना फोन नंबर नहीं बदला. मैंने कभी गलत काम नहीं किया तो डर कैसा. मुझे सतर्क करने के बावजूद भी मैं उसी नंबर बात करता था.
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