महाराष्ट्र में नेताओं की फोन टेंपिंग के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. मुंबई पुलिस सूत्रों ने ABP न्यूज को बताया है की शिवसेना नेता संजय राउत और NCP नेता एकनाथ खडसे को “एंटी सोशल एलिमेंट” बताकर उनके फोन टेप किए गए थे. आपको बता दें की मुंबई की कुलाबा पुलिस ने सीनियर IPS अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ अवैध प्रकार से नेताओं की फोन टेपिंग के आरोप में मामला दर्ज किया गया है.


पुलिस ने जांच के दौरान सभी दस्तावेज इकट्ठा करने शुरू कर दिये हैं और इसी जांच के दौरान पुलिस को उस समय के SID का लेटर मिला जिसमें खुलासा हुआ है की राउत और खडसे को “एंटी सोशल एलिमेंट” बताकर उनके फोन टेप किये गये थे.


राउत और खड़गे की जगह किया गया था दूसरे नामों का इस्तेमाल


सूत्रों ने बताया की SID को किसी का भी फोन जब 7 दिनो से ज्यादा समय तक टेप करना होता है तब उन्हें ACS होम से इजाज़त लेनी होती है. उस समय के ACS होम एस कुमार ने अपने बयान में पुलिस को बताया की उनके पास जो एप्लिकेशन आई थी उसने राउत और खडसे की जगह दूसरे नाम का इस्तेमाल किया गया था और उन्हें “एंटी सोशल एलिमेंट” बताया गया था. 


इसी वजह से उस समय के ACS होम ने उनको फोन टेपिंग की इजाजत दी थी, जिसके बाद खडसे का फोन 67 दिनो तक और राउत का फ़ोन 60 दिनो तक टेप किया गया था. संजय राउत ने बताया की हमारे फोन को एंटी सोशल एलिमेंट, ड्रग्स पेडलर और गुंडे बताकर टेप किए गए थे जिसके मेरा नाम, एकनाथ खडसे का नाम और नाना पटोले का नाम था.


पुलिस ने 10 से ज्यादा लोगों के दर्ज किये हैं नाम


राउत ने बताया की यह तब हुए थे जब MVA की सरकार का गठन किया जाना था और ये साल 2019 की बात है. इस मामले में कुलाबा पुलिस ने 10 से ज़्यादा लोगों के बयान दर्ज किए है जिसने संजय राउत, एकनाथ खडसे, रश्मि शुक्ला और उस समय के ACS होम एस कुमार का नाम है.


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