तिरुवनंतपुरम: केरल में सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद नए मंत्रिमंडल के गठन से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों ने बताया कि विजयन दोपहर के करीब राज भवन पहुंचे और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपा. राजभवन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विजयन को नयी सरकार के शपथ ग्रहण लेने तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के लिए कहा गया है. 


एलडीएफ ने इतिहास रचते हुए केरल में फिर से सत्ता में वापसी की और राज्य में वाम और कांग्रेस के नेतृत्व वाले मोर्चे के बारी-बारी से सत्ता में आने के दशकों पुराने चलन को तोड़ दिया. एलडीएफ ने 140 सदस्यीय विधानसभा में 99 सीटें जीतीं जबकि विपक्षी यूडीएफ ने 41 सीटें जीतीं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई. 


केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केरल चुनाव में एलडीएफ की इस ऐतिहासिक जीत का श्रेय जनता को दिया है. साथ ही उन्होंने बीजेपी को नसीहत भी दी है और कहा है कि केरल में सांप्रदायिक राजनीति की कोई जगह नहीं है. जनता को यकीन है कि एलडीएफ की सरकार ही केरल में शांति और प्रेम की भावना को बनाए रख सकती है.


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