बंगाल में चुनाव से पहले मौलाना अब्बास सिद्दीकी ने बनाया नया राजनीतिक संगठन, ओवैसी को लेकर कही ये बात
कोलकाता प्रेस क्लब में अपने राजनीतिक संगठन की शुरूआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, ‘‘हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो.
पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में फुरफुरा शरीफ दरगाह के एक प्रभावशाली मौलाना अब्बास सिद्दीकी ने आगामी विधानसभा चुनावों से पहले गुरुवार को एक नया राजनीतिक संगठन ‘इंडियन सेकुलर फ्रंट’ (आईएसएफ) बनाने की घोषणा की. पीरजादा सिद्दीकी ने कहा कि नव गठित संगठन राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी 294 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है.
कोलकाता प्रेस क्लब में अपने राजनीतिक संगठन की शुरूआत के मौके पर सूफी मजार के प्रमुख सिद्दीकी ने कहा, ‘‘हमने इस पार्टी का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया है कि संवैधानिक लोकतंत्र की रक्षा हो, सभी को सामाजिक न्याय मिले और हम सभी सम्मान के साथ रहें.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में, हम जनता तक पहुंचने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करेंगे.’’
समचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी के बारे मे पूछे जाने पर अब्बास सिद्दीकी ने कहा- एआईएमआईएम चीफ ओवैसी साहब मुझसे मिले और हमने उन्हें विस्तार से बताया. उन्होंने मुझसे कहा कि वह साथ में खड़े हैं. ओवैसी साहब भी संविधान और देश के बारे में सोचते हैं लेकिन लोग उनके बारे में गलत कहते हैं.
Owaisi sahab (AIMIM Chief Asaduddin Owaisi) met me and we spoke elaborately. He told me that he will stand with us. Owaisi sahab also thinks about the Constitution & country and people say wrong things about him: Pirzada Abbas Siddique, ISF. https://t.co/gLfZ7GtQ9x pic.twitter.com/Jfc3AlRFz5
— ANI (@ANI) January 21, 2021
जब उनसे पूछा गया कि नया राजनीतिक संगठन बनाने और चुनाव लड़ने से क्या अल्पसंख्यक वोटों का बंटवारा होगा, जिससे तृणमूल कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ सकता है, सिद्दीकी ने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी की चुनाव संभावनाओं के बारे में चिंता करना उनका काम नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के साथ एक गठबंधन की संभावना के बारे में किये गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के मार्च को रोकने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में सभी को साथ लेकर चलने की जिम्मेदारी ममता बनर्जी की है.’’ पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए अप्रैल-मई में चुनाव होने की संभावना है.