Lok Sabha And Rajya Sabha MP Suspension: संसद के दोनों सदनों से सोमवार (18 दिसंबर) को विपक्षी दलों के 78 सांसदों को निलंबित कर दिया गया. इन सभी सांसदों को सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के आरोप में सस्पेंड किया गया है. निलंबित किए गए सांसदों में 33 लोकसभा और 45 राज्यसभा के हैं.


सभी सांसदों को राज्यसभा की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में सस्पेंड किया गया है. शीतकालीन सत्र से अब तक 92 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. इस बीच मामले को लेकर बयानबाजी भी शुरू हो गई है. सांसदों के निलंबन को लेकर केंद्रीयमंत्री पीयूष गोयल ने निलंबित सांसदों पर स्पीकर का अपमान करने का आरोप लगाया है.


'सांसदों ने सदन का अपमान किया'
उन्होंने कहा, "दोनों सदनों में विपक्ष और घमंडिया गठबंधन के सदस्यों ने भद्दा हंगामा किया और सदन का अपमान भी किया. इन लोगों ने लोकतंत्र के मंदिर में देश को शर्मिंदा किया है. साथ ही उन्होंने स्पीकर और चेयरमैन का अपमान भी किया है."


उन्होंने बताया कि  इस सत्र के लिए लोकसभा से 33 सांसद सस्पेंड किए गए हैं, जबकि राज्यसभा से 34 सस्पेंड किए गए हैं. इसके  अलावा 11 सांसदों को प्रिविलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक सस्पेंड किया गया है. हालांकि, उनके बाद में राज्यसभा से और सांसदों को निलंबित किया गया.


'मोदी सरकार ने लोकतंत्र पर हमला किया'
वहीं, इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा है कि 13 दिसंबर 2023 को संसद पर एक हमला हुआ और आज एक बार फिर मोदी सरकार ने संसद और लोकतंत्र पर हमला किया है. तानाशाही मोदी सरकार ने अभी तक 92 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर, सभी लोकतांत्रिक प्रणालियों को कूड़ेदान में फेंक दिया है.  


अधीर रंजन चौधरी ने सांसदों का निलंबन रद्द करने की उठाई थी मांग 
इससे पहले सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हम पिछले कई दिनों से मांग कर रहे हैं कि संसद सुरक्षा में हुई चूक को लेकर गृह मंत्री सदन में बयान दें और पहले से निलंबित किए गए सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए.


निलंबित सांसदों में कई बड़े नाम
राज्य सभा से निलंबित किए सांसदों में प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, रामनाथ ठाकुर, मनोज झा, रामगोपाल यादव, जावेद अली खान, महुआ माजी और शांतनु सेन शामिल हैं, जबकि निचले सदन से अधीर रंजन चौधरी, टीआर बालू और दया निधि मारन को निलंबित किया गया है. 


पहले भी हो चुकी है सांसदों पर कार्रवाई
बुधवार (15 दिसंबर) को सुरक्षा में हुई चूक को लेकर गृह मंत्री के बयान की मांग कर रहे है विपक्षी दलों के सांसदों ने गुरुवार (16 दिसंबर) को सदन में हंगामा कर दिया, जिसके चलते 13 लोकसभा सांसदों और एक राज्यसभा सांसद को पार्लियामेंट में खराब आचरण के लिए निलंबित कर दिया गया था.


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