नई दिल्ली: एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए स्वीडन के स्टॉकहोम पहुंचे रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे के निजीकरण की बात से इंकार किया. उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे, भारत के लोगों की सेवा करती रहेगी लेकिन मैं बड़े निवेश पर विश्वास करता हूं.


दरअसल पिछले दिनों एक ऐसी खबर आई थी जिसमें कहा गया था कि रेल मंत्रालय ने 50 रेलवे स्टेशनों और 150 ट्रेनों के निजीकरण के लिए कमेटी बनाई है.


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इसी को लेकर स्टॉकहोम में गोयल ने कहा कि भारतीय रेलवे के प्राइवेटाइजेशन की जो खबरें हैं वो निराधार हैं. ये भारतीय सरकार के अंतर्गत ही रहेगी और भारत के लोगों की सेवा करती रहेगी लेकिन रेलवे को बड़े इनवेस्टमेंट की जरूरत है.



उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजना ट्रेन के भीतर वाई-फाई सर्विस देने की है. अगले चार से साढ़े चार साल के अंदर ऐसा संभव है. देश के 5150 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा दी जा रही है और हम कोशिश कर रहे हैं कि अगले साल तक 6500 स्टेशनों पर वाईफाई की सुविधा मिले.


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उन्होंने कहा कि रेलवे की बेहतरी और सुविधाएं बढ़ाने के लिये अगले 10-12 साल में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश का इरादा किया गया है. हम नई सोच और नई दिशा के साथ काम कर रहे हैं.