पीके सिन्हा का प्रधानमंत्री कार्यालय से इस्तीफा, अब मिल सकती है ये ज़िम्मेदारी
कैबिनेट सचिव के रूप में पीके सिन्हा के काम को जमकर सराहा गया. उनके रिटायर्ड होने के बाद सरकार ने उन्हें एक एक्सटेंशन भी दिया. एक्सटेंशन समाप्त होने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय में बतौर प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया.
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सलाहकार पीके सिन्हा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. सूत्रों की मानें तो उन्होंने निजी कारणों के चलते इस्तीफा दिया है. कहा यह भी जा रहा है कि उन्हें शायद किसी राज्य का लेफ्टिनेंट गवर्नर बनाया जा सकता है. कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल की जगह उन्हें दिल्ली का या किरण बेदी से खाली हुई पुदुचेरी का लेफ्टिनेंट गवर्नर बनाया जा सकता है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 1977 बैच के वरिष्ठ आईएएस पीके सिंहा को सेवानिवृत्ति के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय में प्रमुख सलाहकार के रूप में 11 सितंबर 2019 को नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह देश के कैबिनेट सचिव के पद पर तैनात थे. यही नहीं भारत सरकार के कई प्रमुख मंत्रालयों में बतौर सचिव सिन्हा ने काम किया था. सिन्हा दिल्ली विश्वविद्यालय के चर्चित कॉलेज सेंट स्टीफन से अर्थशास्त्र में शिक्षा लेने के बाद भारतीय प्रसासनिक सेवा में आए थे.
कैबिनेट सचिव के रूप में पीके सिन्हा के काम को जमकर सराहा गया. उनके रिटायर्ड होने के बाद सरकार ने उन्हें एक एक्सटेंशन भी दिया. एक्सटेंशन समाप्त होने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय में बतौर प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया. अब उनके इस्तीफे के बाद तरह तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. दिल्ली अथवा पुदुचेरी में से किसी एक राज्य का लेफ्टिनेंट गवर्नर बनाये जाने की चर्चा है.
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