न्यू ईयर पर है ट्रेन से सफर का प्लान, जान लें 1 जनवरी से कौन से बड़े बदलाव करने जा रहा रेलवे
New Railway Rules 2025: रेलवे ने 2025 के लिए नियमों में बदलाव किए हैं. नए साल में रेलवे ने उन सभी ट्रेनों को पुराने नंबर पर चलाने का निर्णय लिया है, जिन्हें कोविड के समय बदल दिया गया था.
New Railway Rules 2025: 2024 खत्म होने की कगार पर है. 2025 आने में अब बेहद कम समय बचा है. इसी बीच नए साल में रेलवे भी कुछ अहम बदलाव करने जा रहा है. इसमें ट्रेनों के नंबर के साथ समय सारिणी तक में बदलाव होगा. वर्तमान समय सारिणी 'ट्रेंस एट ए ग्लांस' का 44वां संस्करण, 31 दिसंबर, 2024 तक प्रभावी रहेगा.
2025 में रेल मंत्रालय की योजना सभी 136 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों, 2 अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों और नमो भारत रैपिड रेल (वंदे मेट्रो) को लॉन्च करने की है. पिछले साल, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने यात्रियों की सुविधा और दक्षता बढ़ाने के लिए 64 वंदे भारत ट्रेनें और 70 अतिरिक्त सेवाएं शुरू की थी.
बदल जाएंगे ट्रेनों के नंबर
भारतीय रेल विभाग ने कोरोना काल में कई ट्रेनों के नंबरों में बदलाव कर स्पेशल नंबर दिए थे. रेलवे ने अब उन सभी ट्रेनों को पुराने नंबर पर चलाने का निर्णय किया है. यह 'ट्रेन एट ए ग्लांस' 1 जनवरी 2025 से लागू हो जाएगा. इसकी जानकारी पूर्व में जुलाई में ही जारी की गई थी. इसके बाद एक जनवरी से पूर्व में स्पेशल नंबर्स के साथ चलाई गई ट्रेनें वापस अपने पुराने आम नंबर पर चलेंगी. इसका फायदा आम यात्रियों को होगा. वहीं, माना जा रहा है कि यात्रा किराए में भी कमी भी आ सकती है.
महाकुंभ को लेकर तैयार है आईआरसीटीसी
इस बीच भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) महाकुंभ मेला 2025 की तैयारी में लगा है. इस आयोजन में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं सुनिश्चित की जाएगी. आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, लगभग 3,000 विशेष मेला ट्रेनों के संचालन के साथ-साथ 1 लाख से अधिक यात्रियों के लिए आश्रय की व्यवस्था की जा रही है. इसके अतिरिक्त, भारतीय रेलवे की पर्यटन और आतिथ्य शाखा आईआरसीटीसी ने त्रिवेणी संगम के पास एक आलीशान टेंट सिटी, महाकुंभ ग्राम का निर्माण पूरा कर लिया है.
बता दें कि महाकुंभ ग्राम में ठहरने के लिए ऑनलाइन बुकिंग 10 जनवरी से 28 फरवरी तक खुली है. आईआरसीटीसी की वेबसाइट के माध्यम से आसानी से आरक्षण किया जा सकता है. अधिक जानकारी आईआरसीटीसी और पर्यटन विभाग की वेबसाइटों और महाकुंभ ऐप दोनों पर उपलब्ध है.