Mumbai News: मुंबई में खेल का एक मैदान राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है. मुंबई के मलाड इलाके में नवनिर्मित खेल के मैदान के नामकरण को लेकर राजनीतिक घमासान मचा हुआ है. मलाड मालवानी क्षेत्र से विधायक और राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री असलम शेख की निधि से बने मैदान का नाम 18वीं सदी के दौरान मैसूर के राजा रहे टीपू सुल्तान के नाम पर रखने का बीजेपी विरोध कर रही है. 


भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. बीजेपी सांसद गोपाल शेट्टी का कहना है कि टीपू सुल्तान ने अपने शासनकाल के दौरान हिंदुओं पर अत्याचार किया, हजारों मंदिर तोड़े और जबरन धर्म परिवर्तन कराया. मुगल सोच रखने वाले नए लोग नया विवाद पैदा कर रहे हैं.


किसी भी अन्य मुस्लिम नेता के नाम पर रखें मैदान का नाम 


टीपू सुल्तान के नाम पर आपत्ति है. किसी भी मुस्लिम महान व्यक्ति के नाम पर मैदान का नाम रखने पर आपत्ति नहीं है लेकिन टीपू सुल्तान का नाम नहीं होना चाहिए . मैदान का नाम एपीजे अब्दुल कलाम, मौलाना अब्दुल कलाम के नाम पर रखे हम स्वागत करेंगे. 


वहीं बीजेपी को इस टीपू सुल्तान नाम के नाम पर शिवसेना पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. बीजेपी के प्रवक्ता राम कदम का कहना है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शिवसेना के हिंदुत्व की बात कर रहे थे और अब उनके मुख्यमंत्री रहते शिवाजी महाराज की धरती पर एक मैदान का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखा जा रहा है.


ठाकरे सरकार के अगुवाई में उनके मंत्री ने टीपू सुल्तान नाम के मैदान का उद्घाटन किया. अब तो हिंदुओं पर ज़ुल्म करने वाले सारे आक्रांता कब्र से उठकर शिवसेना की जय-जयकार करेंगे. हालांकि शिवसेना असमंजस की स्थिति में है. शिवसेना के स्थानीय नेता टीपू सुल्तान मैदान नाम रखने का विरोध कर रहे हैं तो वहीं आदित्य ठाकरे का कहना है कि अभी बीएमसी में कोई आधिकारिक फैसला नही लिया गया है. 


बीजेपी पार्षद पर टीपू सुल्तान मार्ग के अनुमोदन का आरोप 


कैबिनेट मंत्री असलम शेख और मेयर किशोरी पेडनेकर ने एक पत्र जारी किया है. दावा यह किया गया है कि साल 2013 में मुंबई के एम वार्ड में एक सड़क के नाम को टीपू सुल्तान मार्ग रखे जाने के अनुमोदन तत्कालीन बीजेपी नगरसेवक अमित साटम ने किया था जो मौजूदा समय में अंधेरी वेस्ट विधानसभा सीट से विधायक है. 


पत्र के मुताबिक, मुंबई महानगरपालिका के सदन में जब अनुमोदन किया गया उस वक्त बीजेपी के 21 नगरसेवक भी मौजूद थे. हालांकि बीजेपी के विधायक अमित साटम का कहना है कि उन्होंने कभी भी टीपू सुल्तान के नाम का अनुमोदन नहीं किया और कैबिनेट मंत्री असलम शेख और मेयर किशोरी पेडणेकर का दावा झूठा है और अगर यह लोग इस दावे को साबित नहीं कर पाते हैं तो उन पर मानहानि का आपराधिक केस करूंगा.


अंधेरी वेस्ट में एक सड़का का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर


इसी तरह मुंबई के अंधेरी वेस्ट में एक सड़क का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर है जिसका नामकरण साल 2001 में हुआ था. तब भी बीजेपी के नेता विठ्ठल खरटमोल ने इसका अनुमोदन किया था. इसी सड़क पर साल 2016 में एक स्मारक और सड़क का सुंदकीकरण किया गया था जिसका उद्घाटन तत्कालीन कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे कमरूल इस्लाम ने किया था. 


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