खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश, कल अमेरिका पहुंचेगी भारतीय जांच टीम
Khalistani terrorist Pannu: आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया, "जांच समिति तफ्तीश के तहत मामले पर बातचीत के लिए 15 अक्टूबर, 2024 को वाशिंगटन की यात्रा करेगी."
Khalistani terrorist Pannu: अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 14 अक्टूबर, 2024 को कहा कि एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की नाकाम साजिश में एक भारतीय सरकारी अधिकारी की संलिप्तता के आरोपों की जांच के लिए गठित भारतीय जांच समिति 15 अक्टूबर को अमेरिका पहुंचेगी. आधिकारिक प्रेस रिलीज के जरिए जानकारी दी गई, "जांच समिति तफ्तीश के तहत मामले पर बातचीत के लिए 15 अक्टूबर को वाशिंगटन की यात्रा करेगी. इस दौरान, प्राप्त सूचनाओं पर बातचीत की जाएगी और यहां के अधिकारियों से ताजा जानकारी हासिल की जाएगी."
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, "भारत ने कुछ संगठित अपराधियों की गतिविधियों की जांच करने के लिए समिति की स्थापना की थी और यह उस व्यक्ति की सक्रियता से जांच कर रही है, जिसकी पहचान पिछले साल न्याय विभाग के अभियोग में भारतीय सरकारी कर्मचारी के रूप में की गई थी, जिसपर न्यूयॉर्क शहर में अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश रचने का निर्देश देने का आरोप था लेकिन साजिश नाकाम रही."
गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश का मामला
विदेश विभाग ने कहा, "भारत ने अमेरिका को सूचित किया है कि वे पूर्व सरकारी कर्मचारी के अन्य संबंधों की जांच के लिए अपने प्रयास जारी रख रहे हैं और आवश्यकतानुसार आगे की कार्रवाई तय करेंगे." दरअसल, पिछले साल नवंबर में अमेरिकी संघीय अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर न्यूयॉर्क में सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में एक भारतीय सरकारी अधिकारी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया था. गुप्ता को पिछले साल जून में चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था और 14 जून को उसे अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था. भारत ने आरोपों से इनकार किया है लेकिन इसकी जांच के लिए एक आंतरिक जांच दल का गठन किया है.
निखिल गुप्ता पर क्या हैं आरोप?
साल 2023 में अमेरिकी ने खुफिया दस्तावेज को अदालत में पेश किया था. ये दस्तावेज पब्लिक डोमेन में भी हैं. दस्तावेज के मुताबिक, निखिल गुप्ता ने भारत सरकार के लिए काम करने वाले अधिकारी के कहने पर अमेरिका में हिटमैन (भाड़े के व्यक्ति) से संपर्क किया और उसे एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट दिया.
यूएस सरकार ने दावा किया गया है कि भारतीय अधिकारी से बातचीत के दौरान निखिल गुप्ता ने बताया था कि वो नार्कोटिक्स और हथियारों की अंतरराष्ट्रीय तस्करी से जुड़े हुए हैं और 'संयोग' ऐसा था कि जिस हिटमैन से वे पन्नू की कथित हत्या की बात कर रहे थे वह अमेरिकी खुफिया विभाग का एजेंट था. दस्तावेज़ के मुताबिक, निखिल गुप्ता ने जिस हिटमैन से संपर्क किया था, वह अमेरिकी खुफिया विभाग के अंडरकवर एजेंट थे. इस एजेंट ने निखिल गुप्ता बातचीत और उनकी सभी जानकारियों पर नजर रखी और रिकॉर्ड किया और इसी आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया.
ये भी पढ़ें: '19 अक्टूबर तक दिल्ली छोड़ दें', निज्जर विवाद के बीच कनाडाई राजनयिकों को भारत का अल्टीमेटम