एक्सप्लोरर
Advertisement
दिल्ली: सुधार के बाद भी हवा की गुणवत्ता गंभीर, PM 2.5 का स्तर 373 दर्ज
ईपीसीए ने कहा है कि हवा की खराब होती गुणवत्ता के कारण शहर में नये ट्रकों के प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. भारी वाहनों के प्रवेश पर आठ नवंबर से 11 नवंबर तक रोक लगायी गयी थी लेकिन सीपीसीबी के कार्यबल ने इसे एक दिन के लिए बढ़ा दिया था.
नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ने के कारण हवा की गुणवत्ता मंगलवार सुबह को भी गंभीर है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश और निर्माण कार्य की गतिविधि चलाने की सिफारिश की है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त ईपीसीए ने केवल उन वाहनों को शहर में प्रवेश की इजाजत दी है जो दिल्ली की सीमा पर फंसे हैं. शहर के बाहर एक हजार से ज्यादा ट्रकों के फंसे होने की स्थिति को देखते हुए यह इजाजत दी गयी है. साथ ही कहा गया है कि 12 नवंबर को रात ग्यारह बजे से 13 नवंबर को सुबह सात बजे तक उन्हें टोल या पर्यावरण हर्जाना राशि (ईसीसी) चुकाने से भी छूट होगी.
हालांकि, पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने कहा है कि हवा की खराब होती गुणवत्ता के कारण शहर में नये ट्रकों के प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. भारी वाहनों के प्रवेश पर आठ नवंबर से 11 नवंबर तक रोक लगायी गयी थी लेकिन सीपीसीबी के कार्यबल ने इसे एक दिन के लिए बढ़ा दिया था.
मंगलवार सुबह हवा में अतिसूक्ष्म कणों- पीएम 2.5 का स्तर 373 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 286 दर्ज किया गया.
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता सोमवार की शाम फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंच गयी है. हवा की कम रफ्तार आदि प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों से प्रदूषण स्तर बढ़ने के कारण ऐसा हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के मुताबिक, समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 407 दर्ज किया गया जो ''गंभीर'' श्रेणी में आता है. सोमवार को दिल्ली की हवा में अतिसूक्ष्म कणों - पीएम 2.5 का स्तर 262 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 460 दर्ज किया गया.
सीपीसीबी के मुताबिक, दिल्ली के 19 इलाकों में वायु गुणवत्ता ''गंभीर'' दर्ज की गई जबकि 17 स्थानों पर यह ''बेहद खराब'' श्रेणी में रही. गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और नोएडा में हवा की गुणवत्ता गंभीर रही जबकि गुड़गांव में स्थिति में थोड़ा सुधार देखने को मिला है. वहां पर गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज की गयी.
वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को ''अच्छा'', 51 से 100 तक ''संतोषजनक'', 101 से 200 तक ''सामान्य'', 201 से 300 के स्तर को ''खराब'', 301 से 400 के स्तर को ''बहुत खराब'' और 401 से 500 के स्तर को ''गंभीर'' श्रेणी में रखा जाता है.
बहरहाल, सीपीसीबी नेतृत्व वाले कार्यबल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली में भारी वाहनों और निर्माण गतिविधि की इजाजत सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक के लिए ही होगी.
दिल्ली की ये खतरनाक हवा आपको बहुत बीमार बनाने के लिए काफी है
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
इंडिया
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
Opinion