तीन दिन के यूरोप दौरे के मद्देजनर पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंचे. पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत हुआ. होटल में पीएम मोदी भारतीय समुदाय के लोगों से मुखातिब हुए. पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. इसके बाद उन्होंने जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ से मुलाकात की. प्रधानमंत्री की स्कोल्ज के चांसलर बनने के बाद पहली मुलाकात है.


इसके बाद पीएम मोदी छठे भारत-जर्मनी अंतर सरकारी विचार विमर्श IGC की सह अध्यक्षता करेंगे. यह एक विशिष्ट कार्यक्रम है जिसे भारत केवल जर्मनी के साथ करता है. आईजीसी की शुरुआत 2011 में हुई थी. यह एक विशिष्ट द्विवार्षिक तंत्र है जो दोनों देशों की सरकारों को व्यापक द्विपक्षीय मुद्दों पर समन्वय की मंजूरी देता है. इस कार्यक्रम में दोनों देशों के कई मंत्री भी हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय ने बताया कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी बैठक में हिस्सा लेंगे.






रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में कहा था कि बर्लिन की उनकी यात्रा चांसलर शॉल्ज से बातचीत का अवसर देगी, जिनसे उन्होंने पिछले वर्ष जी20 में मुलाकात की थी, तब वह वाइस चांसलर और वित्त मंत्री थे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वर्ष 2021में भारत और जर्मनी ने राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होने का जश्न मनाया और देशों देश 2000 से सामरिक साझेदार हैं. पीएम मोदी का आज कारोबारियों और भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है.






विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा भारत जर्मनी के बीच संबंधों को मजबूत करने का भविष्य का खाका तैयार करेगी. गौरतलब है कि बर्लिन के बाद प्रधानमंत्री तीन मई को डेनमार्क जाएंगे जहां वह अपनी समकक्ष मेटे फ्रेडरिक्सन से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. वहां वह द्वितीय भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे. अपनी यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री मोदी कुछ समय के लिये फ्रांस में रुकेंगे, जहां वह फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे.


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