Parliament Budget Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस सहित अन्य विपक्ष दलों पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने इस दौरान परिवारवाद, पूर्व पीएम जवाहलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और लोकसभा चुनाव सहित कई मुद्दों का जिक्र किया. 


पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी नेताओं की बात सुनकर विश्वास हो गया कि लंबे अरसे तक इन्होंने वहां (विपक्ष) में बैठने का संकल्प ले लिया. बहुत लोग चुनाव लड़ने का हौसला खो चुके हैं, कुछ पिछली बार सीट बदले थे और इस बार भी बदलने के प्रयास में हैं.


उन्होंने लोकसभा में कहा, ''हर बार की तरह आपने (विपक्ष) लोगों को निराश किया. नेता तो बदल गए, लेकिन पुरानी बातें ही करते रहते हैं. चुनावी साल था तो कुछ मेहनत करते. कुछ नया निकालते विपक्ष की इस हालत की जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है.''


उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने विपक्ष को आगे बढ़ने नहीं दिया. विपक्ष ने संसद नहीं चलने दी. ऐसा करके विपक्ष ने संसद और देश का नुकसान किया. इस समय देश को स्वस्थ और अच्छे विपक्ष की जरूरत है. 


अधीर रंजन चौधरी और मल्लिकार्जुन खरगे का किया जिक्र
पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि अधीर बाबू की हालत हम देख रहे हैं, लेकिन एक परिवार की सेवा तो करनी होती है. मल्लिकार्जुन खरगे तो इस सदन से उस सदन में शिफ्ट हो गए. गुलाम नबी आजाद तो पार्टी से ही शिफ्ट हो गए. 


राहुल गांधी को लेकर क्या कहा?
पीएम मोदी ने सदन में राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक ही प्रोडक्ट को बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगने की नौबत आ गई है. ये सिर्फ परिवारवाद के कारण हो रहा है. कांग्रेस एक परिवार में उलझ गई है. 


इस दौरान विपक्षी दलों ने अमित शाह और राजनाथ सिंह का नाम लिया तो पीएम मोदी ने कहा कि किसी परिवार में अपने बलबूते पर और जनसमर्थन से एक से अधिक लोग राजनीतिक क्षेत्र में प्रगति करते हैं तो उसे हमने परिवारवाद नहीं कहा. हम परिवारवाद उसे कहते हैं जब परिवार पार्टी चलाता है, परिवार के लोगों को प्राथमिकता देता है और सारे निर्णय परिवार के लोग करते हैं. ये परिवारवाद है. 


पीएम मोदी ने जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का भी किया जिक्र 
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले से कहा था कि हिंदुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आम तौर से नहीं है.  हम इतना काम नहीं करते हैं कि जितना यूरोप, जापान, चीन, रुस और अमेरिका वाले करते हैं. नेहरू की भारतीयों के प्रति सोच थी कि भारतीय आलसी हैं. 


उन्होंने आगे कहा कि इंदिरा गांधी की सोच भी जवाहरलाल नेहरू से ज्यादा अलग नहीं थी. उन्होंने लाल किले से कहा था- दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मसंतुष्टि की भावना से ग्रस्त हो जाते है और जब कोई कठिनाई आ जाती है तो हम नाउम्मीद हो जाते हैं. 


पीएम मोदी ने कांग्रेस को लेकर क्या कहा?
पीएम मोदी ने संसद में कहा कि हमने 17 करोड़ से अधिक गैस कनेक्शन दिए हैं. कांग्रेस की रफ्तार से चलते तो इस काम को करने में और 60 साल लग जाते हैं. तीन पीढ़ियां धुएं में खाना बनाने-बनाते गुजर जाती. 


उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की जो मानसिकता है, जिसका देश को बहुत नुकसान हुआ है. कांग्रेस ने देश के सामर्थ्य पर कभी विश्वास नहीं किया, वो अपने आप को शासक मानते रहे और जनता-जनार्दन को कमतर आंकते गए. 


पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में जिस रफ्तार के साथ काम हो रहा है, कांग्रेस सरकार इस रफ्तार की कल्पना भी नहीं कर सकती. हमने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए इसमें से 80 लाख पक्के मकान शहरी गरीबों के लिए बने. अगर कांग्रेस की रफ्तार से काम हुआ होता तो इतना काम होने में 100 साल लगते, 100 पीढ़ियां बीत जाती. 


लोकसभा चुनाव को लेकर क्या कहा?
पीएम मोदी ने कहा कि मेरी गारंटी है कि हमारे तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. मेरे तीसरे कार्य़काल में ऐसा होकर रहेगा. उन्होंने कहा कि देश में जिस रफ्चार से काम कर हो रहा है इसकी तो कांग्रेस कल्पना भी नहीं कर सकती. 


उन्होंने आगे कहा कि हमारा तीसरा कार्यकाल बहुत बड़े फैसलों का होगा. मैंने लाल किले से कहा था और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय भी दोहराया था कि देश को अगले हजार वर्षों तक समृद्ध और सिद्धि के शिखर पर देखना चाहता हूं. 


दरअसल, साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने जीत हासिल की थी. इस बार भी एनडीए जीत जाएगी तो हैट्रिक लग जाएगी.


विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर किया कटाक्ष
पीएम मोदी ने विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले भानुमति का कुनबा जोड़ा और फिर एकला चलो रे करने लगे. अलायंस का एलाइनमेंट बिगड़ गया. जब इनको एक-दूसरे पर ही विश्वास नहीं हो तो देश के लोगों पर कैसे विश्वास करेंगे. 


बता दें कि विपक्षी गठबंधन इंडिया में शामिल टीएमसी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में कहा था कि हम राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे. 


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