PM Modi In ISC: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (3 जनवरी) 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस (ISC) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. 5 दिनों तक चलने वाली विज्ञान कांग्रेस इस बार राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में आयोजित की जा रही है. इस बार यूनिवर्सिटी अपना शताब्दी वर्ष मना रही है. इसके पहले विज्ञान कांग्रेस का आयोजन जनवरी 2020 में बेंगलुरु में किया गया था. आइए जानते हैं कि इस बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस में क्या कुछ खास होने वाला है.



  1. भारतीय विज्ञान कांग्रेस का इस बार मुख्य विषय "महिला सशक्तीकरण के साथ सतत विकास के लिए विज्ञान और तकनीक" रखा गया है. 

  2. इस बार विज्ञान कांग्रेस का सतत में इस बात पर फोकस रहेगा कि किस तरह से सतत विकास में समाज के सभी वर्गों को शामिल किया जाए, जिसमें महिलाएं खास तौर पर हों. 

  3. विज्ञान कांग्रेस में एक अनूठा आयोजन बाल 'विज्ञान कांग्रेस' के तौर पर नजर आएगा. इसका लक्ष्य बच्चों में वैज्ञानिक रुचि विकसित करना और वैज्ञानिक प्रयोगों के जरिए उनकी रचनात्मकता को सामने लाना है.

  4. किसानों को मंच मुहैया कराने के लिए 'किसान विज्ञान कांग्रेस' का आयोजन भी होगा. इस मंच के जरिए किसानों की बॉयो-इकोनॉमी बढ़ाने और युवाओं को कृषि क्षेत्र के लिए आकर्षित करने का मौका मिलेगा.

  5. सत्र में 'जनजातीय विज्ञान कांग्रेस' का भी आयोजन होना है. यहां स्वदेशी ज्ञान प्रणाली और प्रथाओं को मंच मिलेगा. इसके साथ ही जनजातीय महिलाओं के सशक्तीकरण करने को लेकर इसमें फोकस किया जाएगा.

  6. विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को सराहने के लिए के लिए एक विशेष कार्यक्रम होगा. इसमें जानी मानी महिला वैज्ञानिकों का संबोधन होगा. इसके साथ ही कई अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाना है. 

  7. सत्र को कई नेता और संवैधानिक पदों पर बैठे प्रमुख भी संबोधित करने वाले हैं. महाराष्ट्र के राज्यपाल और महाराष्ट्र पब्लिक यूनिवर्सिटी के चांसलर भगत सिंह कोश्यारी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, विज्ञान और तकनीकी एवं भूविज्ञान मामलों के केंद्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शामिल होंगे. इनके साथ, राष्ट्रसंत  तुकडोजी महाराज यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर सुभाष आर चौधरी और इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन (ISCA), कोलकाता की जनरल प्रेसीडेंट डॉक्टर विजय लक्ष्मी भी रहेंगी.

  8. अधिवेशन में नोबेल विजेता, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत और दुनिया के प्रमुख रिसर्चर, एक्सपर्ट और विभिन्न क्षेत्रों के टेक्नोक्रेट हिस्सा लेंगे. इनमें स्पेस, डिफेंस, आईटी और मेडिकल रिसर्च से जुड़ी हस्तियां शामिल रहेंगी.

  9. अधिवेशन में एग्रीकल्चर और फॉरेस्ट्री साइंस, पशु चिकित्सा, मत्स्य विज्ञान, मानव और व्यवहार विज्ञान, केमिकल साइंस, भू प्रणाली, इंजीनियरिंग, पर्यावरण, सूचना और संचार एवं तकनीकी, गणित, मेडिकल साइंस, फिजिकल साइंस के क्षेत्र में हुए एप्लाइड रिसर्च को सामने रखा जाएगा. 

  10. 'प्राइड ऑफ इंडिया' मेगा एक्सपो के रूप में स्पेशल प्रोग्राम का आयोजन किया जाएगा जिसमें सरकार के साथ ही कॉरपोरेट, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, एकेडमिक और रिसर्च इंस्टीट्यूट और देश भर के उद्यमियों की उपलब्धियों और उनकी क्षमताओं को दिखा जाएगा. भारतीय विज्ञान कांग्रेस का पहला अधिवेशन 1914 में किया गया था.


यह भी पढ़ें-


भारतीय विज्ञान कांग्रेस का इतिहास और महत्व, 3 जनवरी को पीएम मोदी करेंगे संबोधित