नई दिल्ली: बिहार विधान सभा चुनाव में एनडीए की बड़ी जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी आज देश और बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव नतीजों में हार जीत अपनी जगह है लेकिन लोकतंत्र की यह प्रक्रिया बधाई के पात्र है. इस चुनाव को सफलता पूर्वक कराने के लिए चुनाव आयोग और सुरक्षा बल भी बधाई के पात्र हैं.


पीएम मोदी ने कहा,'' धन्यवाद इसलिए नहीं कि उन्होंने चुनावों में बीजेपी को इतनी बड़ी सफलता दी है, इसके तो वो हकदार हैं ही. धन्यवाद इसलिए क्योंकि लोकतंत्र के इस महान पर्व को हम सभी ने मिलकर बहुत उत्साह से मनाया है.''


पीएम मोदी ने आगे कहा, ''चुनाव भले ही कुछ सीटों और कुछ क्षेत्रों पर हुआ हो लेकिन कल सुबह से लेकर देर रात तक पूरे देश की नजरें टीवी, सोशल मीडिया और चुनाव आयोग की वेबसाइट पर थीं. लोकतंत्र के प्रति हम भारतीयों की जो आस्था है उसकी मिशाल पूरी दुनिया में कहीं नहीं मिलती.''


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,'' कोरोना के इस संकट काल में ये चुनाव कराना आसान नहीं था. लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं इतनी सशक्त हैं, पारदर्शी हैं, कि इस संकट के बीच भी उन्होंने इतना बड़ा चुनाव कराकर दुनिया को भी भारत के ताकत की पहचान करा दी है.''


पीएम मोदी ने कहा,'' 21वीं सदी के भारत के नागरिक, बार-बार अपना संदेश स्पष्ट कर रहे हैं. अब सेवा का मौका उसी को मिलेगा, जो देश के विकास के लक्ष्य के साथ ईमानदारी से काम करेगा. हर राजनीतिक दल से देश के लोगों की यही अपेक्षा है कि देश के लिए काम करो, देश के काम से मतलब रखो. देश का विकास, राज्य का विकास, आज सबसे बड़ी कसौटी है और आने वाले समय में भी यही चुनाव का आधार रहने वाला है. जो लोग ये नहीं समझ रहे, इस बार भी उनकी जगह-जगह जमानत जब्त हो गयी है.''


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,'' आज देश, भारतीय जनता पार्टी पर जो स्नेह दिखा रहा है, एनडीए पर जो स्नेह दिखा रहा है उसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि भाजपा ने, एनडीए ने देश के विकास को, लोगों के विकास को अपना सर्वोपरि लक्ष्य बनाया हुआ है. हम हर वो काम करेंगे जो देश को आगे ले जाए.''


पीएम मोदी ने कहा,'' आज भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो राष्ट्रीय आकांक्षाओं के साथ ही हर क्षेत्र के गौरव को भी उतने ही गर्व के साथ अपने साथ लेकर चलती है. देश के नौजवानों को सबसे ज्यादा भरोसा किसी पर है तो वो भाजपा है. दलितों-पीड़ितों-शोषितों की अगर कोई आवाज है, तो वो भाजपा है.''


पीएम मोदी ने कहा,' भाजपा की सफलता के पीछे उसका governance मॉडल है. जब लोग governance के बारे में सोचते हैं, तो भाजपा के बारे में सोचते हैं. भाजपा सरकारों की पहचान ही है - Good Governance.''


प्रधानमंत्री ने कहा,'' ये भाजपा ही है जिसके लिए जनता जनार्दन का स्नेह बढ़ता ही जा रहा है. लोकसभा चुनाव में पार्टी ने पहले से ज्यादा सीटें जीतकर सरकार में अपनी वापसी की. बिहार में 3 बार सरकार में रहने के बाद भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जिसकी सीटों में बढ़ोतरी हुई.बिहार तो सबसे खास है. अगर आज आप मुझे बिहार के चुनाव नतीजों के बारे में पूछेंगे तो मेरा जवाब भी जनता के जनादेश की तरह साफ है- बिहार में सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र की जीत हुई है.''


उन्होंने आगे कहा,''21वीं सदी का भारत, एक नए मिजाज का भारत है. न हमें आपदाएं रोक सकती हैं और न ही बड़ी-बड़ी चुनौतियां. मैं एक नए भारत के उदय को देख रहा हूं. एक ऐसा भारत, जो आत्मविश्वास से भरा हुआ है, जो अपने सामर्थ्य को पहचानता है, जो अपने लक्ष्यों के प्रति सचेत है.''


पीएम ने कहा,'' यह नारी शक्ति ही उनकी साइलेंट वोटर हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी-एनडीए के कार्यकर्ता नीतीश कुमार के नेतृत्व में सभी संकल्पों को सिद्ध करेंगे.''


क्या रहे बिहार चुनाव के नतीजे


विधानसभा चुनाव में बेहद रोमांचक मुकाबले में विपक्ष की कड़ी चुनौती का मुकाबला करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 243 सीटों में से 125 सीटों पर जीत का परचम लहरा कर बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर लिया जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें आईं. बीजेपी की 74 और जदयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन साझीदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिलीं.वहीं, विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली.


इस चुनाव में वामदलों और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) को सबसे अधिक फायदा हुआ है . महागठबंधन को मुस्लिम वोट बंटने का भी नुकसान हुआ. मुस्लिम वोट एआईएमआईएम, बसपा और आरएसएलपी समेत पार्टियों के बीच बंटने का लाभ राजग को मिला. ओवैसी की पार्टी को चुनाव में पांच सीटें मिली है लेकिन सीमांचल क्षेत्र में उसने मुस्लिम मतदाताओं के बीच अच्छी खासी सेंध लगायी है जिसका नुकसान राजद को उठाना पड़ा है . एआईएमआईएम की सहयोगी बसपा ने भी एक सीट पर जीत हासिल की.


राजग से अलग होकर अकेले चुनाव मैदान में उतरी चिराग पसवान की लोक जनशक्ति पार्टी एक सीट पर ही जीत हासिल कर सकी है.


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