Summit for Democracy: विपक्ष के लोकतंत्र के कमजोर होने के आरोपों के बीच बोले पीएम मोदी, 'भारत लोकतंत्र की जननी'
Summit For Democracy 2023: समिट फॉर डेमोक्रेसी 2023 में पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज अनेक वैश्विक चुनौतियों के बावजूद सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है.
PM Modi In Summit For Democracy 2023: पीएम मोदी ने विपक्ष के लोकतंत्र के कमजोर होने के आरोपों के बीच बड़ा बयान दिया है. पीएम ने बुधवार (29 मार्च) को दूसरे लोकतंत्र शिखर सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि भारत वास्तव में लोकतंत्र की जननी है. लोकतंत्र सिर्फ एक ढांचा नहीं है, यह एक आत्मा भी है. यह इस विश्वास पर आधारित है कि हर इंसान की जरूरतें और आकांक्षाएं समान रूप से महत्वपूर्ण हैं.
समिट फॉर डेमोक्रेसी 2023 में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में हमारा मार्गदर्शक दर्शन 'सबका साथ, सबका विकास' है- जिसका अर्थ है समावेशी विकास के लिए एक साथ काम करना. आज अनेक वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. यह स्वयं विश्व में लोकतंत्र के लिए सबसे अच्छा विज्ञापन है. यह अपने आप में कहता है कि डेमोक्रेसी डिलीवर कर सकती है.
पीएम मोदी ने और क्या कहा?
उन्होंने कहा कि निर्वाचित नेताओं का विचार प्राचीन भारत में बाकी दुनिया से बहुत पहले सामान्य बात था. चाहे जलवायु परिवर्तन से लड़ने का हमारा प्रयास हो, जल संरक्षण का, या सभी को स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन प्रदान करने का, हर पहल भारत के नागरिकों के सामूहिक प्रयासों से संचालित होती है. हमारी वैक्सीन मैत्री पहल ने दुनिया को लाखों वैक्सीन दी. ये 'वसुधैव कुटुम्बकम' की भावना से भी निर्देशित था, जो कि एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है.
"लोकतंत्र की सफलता से कुछ लोग परेशान"
इससे पहले पीएम मोदी ने विपक्ष के आरोपों पर कहा था कि जब दुनिया के बुद्धिजीवी हमारे देश को लेकर आशावादी हैं, तो इस बीच देश को खराब रोशनी में दिखाने और मनोबल को ठेस पहुंचाने की बातें भी हो रही हैं. दुनिया को भारत ने दिखा दिया है कि लोकतंत्र नतीजे दे सकता है. हमारे लोकतंत्र की सफलता से कुछ लोग परेशान हो रहे हैं. इसी वजह से लोकतंत्र पर हमले किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद भारत आगे बढ़ता रहेगा.
ये भी पढ़ें-
Supreme Court: सभी धर्मों में तलाक की एक समान व्यवस्था की मांग वाली याचिका सुनने से SC ने मना किया