प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आईआईटी खड़गपुर के दीक्षांत समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मंगलवार को कहा कि स्व-जागरुकता (self-awareness), आत्म विश्वास (self-confidence) और नि:स्वार्थ (selflessness) पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि आप अपने सामर्थ्य को पहचानकर आगे बढ़ें, पूरे आत्मविश्वास से आगे बढ़ें, निस्वार्थ भाव से आगे बढ़ें. जीवन के जिस मार्ग पर अब आप आगे बढ़ रहे हैं, उसमें निश्चित तौर पर आपके सामने कई सवाल भी आएंगे. ये रास्ता सही है, गलत है, नुकसान तो नहीं हो जाएगा, समय बर्बाद तो नहीं हो जाएगा? ऐसे बहुत से सवाल आएंगे.


पीएम मोदी ने कहा कि इंजीनियर होने के नाते एक क्षमता आप में विकसित होती है और वो है चीजों को Pattern से Patent तक ले जाने की क्षमता. यानि एक तरह से आपमें विषयों को ज्यादा विस्तार से देखने की दृष्टि होती है. प्रधानमंत्री ने कहा आज का दिन IIT खड़गपुर के सिर्फ उन विद्यार्थियों के लिए अहम नहीं है, जिनकों डिग्री मिल रही है. आज का दिन नए भारत के निर्माण के लिए भी उतना ही अहम है.


पीएम मोदी ने आगे कहा- “आप सभी, साइंस, टेक्नॉलॉजी और इनोवेशन के जिस मार्ग पर चले हैं, वहां जल्दबाज़ी के लिए कोई स्थान नहीं है. आपने जो सोचा है, आप जिस इनोवेशन पर काम कर रहे हैं, संभव है उसमें आपको पूरी सफलता ना मिले. लेकिन आपकी उस असफलता को भी सफलता ही माना जाएगा, क्योंकि आप उससे भी कुछ सीखेंगे.”


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