नई दिल्लीः आजादी की लड़ाई के दौरान घटी चौरी-चौरा की ऐतिहासिक घटना के शताब्दी समारोह के दौरान पीएम मोदी ने न सिर्फ शहीदों को याद किया बल्कि कृषि कानूनों का बचाव करते हुए बजट की भी तारीफ की. कृषि कानूनों को फायदेमंद बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इससे हमारे किसान आत्मनिर्भर बनेंगे. उन्होंने कहा कि नए कानून को लागू होने से अब किसान कहीं भी अपना फसल बेच सकते हैं. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति का सबसे बड़ा आधार किसान भी रहा है. यही कारण है कि बजट में मजबूती के लिए कई कदम उठाए गए. हमारी सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है.


टैक्स न बढ़ाने को लेकर सरकार की तारीफ की


बजट की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के दौरान जिन चुनौतियों का हमने सामना किया उससे निपटने के लिए ये बजट नई तेजी देने वाला है. बजट में टैक्स न बढ़ाने को लेकर उन्होंने सरकार की पीठ थपथपाई.


पीएम मोदी ने कहा, ''बजट से पहले कई लोग इस बात को कह रहे थे देश ने इतने बड़े संकट का सामना किया है टैक्स बढ़ाना ही पड़ेगा. देश के आम नागरिक पर बोझ डालना ही होगा. नए-नए कर लगाना ही होगा लेकिन इस बजट में देशवासियों पर कोई बोझ नहीं बढ़ाया गया. बल्कि देश को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने ज्यादा से ज्यादा खर्च करने का फैसला लिया.''


युवाओं के रोजगार पर बोले पीएम मोदी


देश में विकास की रफ्तार को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ''देश में चौड़ी सड़के बनाने के लिए खर्च होगा. ये खर्च आपके गांव को शहरों से बाजार से मंडियों से जोड़ने के लिए होगा. इस खर्च से पुल बनेंगे रेल की पटरियां बिछेंगी. नई रेल चलेगी. नई बसें भी चलाई जाएंगी. शिक्षा की अच्छी व्यवस्था की जाएगी.''


युवाओं की रोजगार को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ''हमारे युवाओं को ज्यादा अवसर मिले इसके लिए बजट में अनेक फैसले लिए गए हैं. इन सब कामों (सड़क, रेल, पुल बनाने) के लिए काम करने के लिए काम करने वालों की भी जरूरत पड़ेगी. जब सरकार निर्माण पर ज्यादा ज्यादा खर्च करेगी तो देश के लाखों नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा. आमदनी के नए रास्ते खुलेंगे.''


कांग्रेस पर बोला हमला


बिना नाम लिए कांग्रेस पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ''दशकों से हमारे देश में बजट का मतलब बस इतना ही हो गया था कि किसके नाम पर क्या घोषणा कर दी गई. बजट तो वोट बैंक के हिसाब किताब का बही खाता बना दिया गया था.''


किसान आंदोलन: गाजीपुर बॉर्डर पहुंचा विपक्ष के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल, संसद में भी वार-पलटवार


EIU’s Democracy Index: भारत दो पायदान फिसला, लेकिन पड़ोसी देशों की तुलना में बेहतर स्थिति