‘प्रधानमंत्री मोदी की अजमेर शरीफ भेजी चादर पर तत्काल लगे रोक’; कोर्ट पहुंची हिंदू सेना
PM Modi Chaadar Offering to Ajmer Sharif Dargah: हिंदू सेना की ओर से लगाई गई अर्जी पर शनिवार सुबह 10 बजे अजमेर के सिविल जज मनमोहन चंदेल की अदालत में सुनवाई होगी.
PM Modi Chaadar Offering to Ajmer Sharif Dargah: हर साल की तरह इस बार भी ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का 813 उर्स पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चादर चढ़ाने वाले हैं, लेकिन इसको लेकर जमकर राजनीति हो रही है. प्रधानमंत्री की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर भेजने के खिलाफ हिन्दू सेना ने अजमेर जिला न्यायालय में अर्जी दाखिल कर चादर पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है.
हिंदू सेना की ओर से लगाई गई अर्जी पर शनिवार (4 जनवरी, 2025) को सुबह 10 बजे अजमेर के सिविल जज मनमोहन चंदेल की अदालत में सुनवाई होगी. हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री पद की ओर से चादर भेजने से हमारा कैस प्रभावित होगा इसलिए तत्काल चादर भेजने पर रोक लगनी चाहिए .
क्या बोले विष्णु गुप्ता?
विष्णु गुप्ता ने कहा कि वह मानते हैं कि सुनवाई के दौरान चादर पर स्टे लगेगा क्योंकि उस चादर से उनका केस प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सबके होते हैं. गुप्ता बोले, “इस केस में अल्पसंख्यक मंत्रालय, एसआई/भारत सरकार खुद शामिल है. ऐसे में अगर भारत सरकार की तरफ से ही चादर आएगी तो मुझे न्याय कौन देगा. मुझे कोर्ट और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है इसलिए मैं चाहता हूं कि जब तक यह केस जिला न्यायालय में चल रहा है तब तक चादर पर रोक लगनी चाहिए. किसी भी प्रकार के संवैधानिक पद वाला व्यक्ति वहां पर चादर ना भेजें.
जमकर हो रही राजनीति
पिछले कई सालों से केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी पीएम मोदी के प्रतिनिधि बनकर ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह पर चादर लेकर जाया करते थे, लेकिन इस बार केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू उनके प्रतिनिधि बनकर जाएंगे. पीएम मोदी की ओर से चादर चढ़ाए जाने को लेकर हिंदू संगठनों ने इसका विरोध जताया है. इतना ही नहीं कई राजनेताओं ने भी पीएम की आलोचना की. कुल मिलाकर अजमेर शरीफ दरगाह में पीएम की ओर से चादर चढ़ाने को लेकर कई जोरदार राजनीति हो रही है.
यह भी पढ़ें- आंध्र प्रदेश में जीत के बाद चंद्रबाबू नायडू का जोश हाई, अब तेलंगाना के लिए बना लिया ये गेम प्लान