प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अक्षरधाम दौरा देगा हार्दिक को झटका!
हार्दिक पटेल को लेकर पाटीदारों के एक गुट का गुस्सा अब सामने आना शुरू हो गया है, ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अक्षरधाम दौरे के बाद पाटीदारों को लेकर गुजरात चुनाव का पासा एक बार फिर पलट सकता है
अहमदाबाद: इस कार्यक्रम का अब तक कोई औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन अक्षरधाम मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारियां चल रही है. मंदिर प्रशासन की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 6 बजे मंदिर पहुंचेंगे जहां अभिषेक, दर्शन और उसके बाद प्रवचन भी होगा. करीब 8 बजे तक ये कार्यक्रम चलेगा.
समारोह धार्मिक ज़रूर है लेकिन इसके सियासी मायने भी साफ़ देखे जा रहे हैं. दरअसल, गुजरात में पाटीदार बीजेपी से नाराज चल रहे हैं और स्वामीनारायण संप्रदाय में पाटीदारों की काफी बड़ी तादाद है. मोदी का ये दौरा पाटीदारों को बीजेपी के करीब लाने के तौर पर भी देखा जा रहा है.
इससे पहले 15 अगस्त 2016 को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात आये थे तो स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख स्वामी के निधन पर शोक व्यक्त किया था. पीएम ने स्वामी को अपने पिता जैसा बताया था. मोदी ने बताया था कि प्रमुख स्वामी उनसे बहुत प्रेम करते थे. आपको बतादें कि स्वामीनारायण संप्रदाय के करोड़ों फॉलोवर्स हैं और सबसे बड़ी तादाद पाटीदारों की है. आरक्षण के मुद्दे पर यही समुदाय बीजेपी से नाराज चल रहा है.
हार्दिक पटेल बहुत हद तक कांग्रेस को समर्थन देने की बात कह चुके हैं. लेकिन राजनीतिक जानकारों का ये भी कहना है कि अधिकतर पाटीदार अब भी बीजेपी के साथ है. हार्दिक पटेल का लगातार कांग्रेस की और झुकाव पाटीदारों को फिर एक बार बीजेपी के करीब ला रहा है.
आमतौर पर पाटीदार समाज को बीजेपी का समर्थक माना जाता रहा है. हार्दिक पटेल की लीडरशिप में जब पाटीदार आंदोलन चला तो ये पाटीदार बीजेपी से दूर होते गए. ऐसे में मोदी का अक्षरधाम दौरा एक बार फिर पाटीदारों को बीजेपी की तरफ लाने में मददगार साबित हो सकता है. हालांकि जानकार बताते हैं कि पाटीदार समुदाय में पुरानी पीढ़ी के लोग अब भी बीजेपी के ही समर्थक माने जाते हैं.
राज्य में किसी भी पार्टी के लिए सत्ता में आने के लिए पाटीदारों का वोटबैंक काफी मायने रखता है. पाटीदार गुजरात में 15 फीसदी है औऱ इस 15 फीसदी पाटीदारों में 60% लेउवा (पटेल) है और 40% कड़वा (पटेल) है. बीजेपी के पास 182 में से 44 पाटीदार विधायक है. पाटीदारों की भूमिका इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि 2 दशक से बीजेपी को सत्ता में रखने में पाटीदारों की अहम भूमिका रही है.
गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को विधान सभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है. ऐसे में मोदी का स्वामीनारायण संप्रदाय के समारोह में हिस्सा लेना धार्मिक कार्यक्रम होते हुए भी इसमें सियासी मायने दिखा रहा है. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि पिछले कई दिनों से बीजेपी को झटके पर झटके दे रहे हार्दिक को प्रधानमंत्री का स्वामीनारायण संप्रदाय का अक्षरधाम दर्शन बड़ा झटका दे सकता है.