PM Modi French President Emmanuel Macron Meeting: गणतंत्र दिवस 2024 पर देश के मुख्य अतिथि और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रो की गुरुवार (25 जनवरी, 2024) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मीटिंग हुई. ऐसा माना जा रहा है कि राजस्थान की राजधानी जयपुर के होटल ‘ताज रामबाग पैलेस' में द्विपक्षीय संबधों को मजबूती देने के लिए यह बैठक अलग से की गई.
अधिकारियों के अनुसार, चर्चा के दौरान रक्षा-सुरक्षा, व्यापार, जलवायु परिवर्तन और परमाणु ऊर्जा समेत अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी. अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों के बीच टेक्नोलॉजी शेयरिंग और रक्षा सहयोग को लेकर खास बात हुई और दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा में योगदान देने में एक-दूसरे के सहयोग का भी आश्वासन दिया.
दोनों नेताओं ने साथ किया रोडशो
प्रधानमंत्री मोदी और मैक्रों ने इससे पहले दिन में परकोटे में जंतर मंतर से सांगानेरी गेट तक रोड शो किया था और उस दौरान बड़ी संख्या में लोग उमड़े. दोनों नेता बाद में स्थानीय कलाकृतियों व हस्तशिल्प उत्पादों की एक दुकान में गए थे. अधिकारियों के अनुसार, वहां प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों को अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर की प्रतिकृति उपहार में दी.
डिफेंस डील को मिलेगी गति
फ्रांसिसी राष्ट्रपति की यात्रा ऐसे समय पर हुई जब दोनों देश, भारत की ओर से 26 राफेल-एम (समुद्री संस्करण) लड़ाकू विमान और फ्रांसीसी-डिजाइन वाली तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद के लिए दो रक्षा सौदों को अंतिम रूप देने पर विचार कर रहे हैं. ऐसा दावा है कि दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता इस दिशा में गति लाने में मददगार साबित होगी. सूत्रों की मानें तो खरीद के सिलसिले में कीमत और विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर बातचीत में महत्वपूर्ण प्रगति हुई.
समारोह में बुलाने पर फ्रांस ने जताया आभार
इस बीच, भारत की ओर से गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाने को लेकर फ्रांस ने आभार जताया. बयान में बुधवार को कहा गया, ‘‘गणतंत्र दिवस समारोह के लिए यह पारस्परिक निमंत्रण अभूतपूर्व है. भारत-फ्रांस संबंधों में आपसी विश्वास और अटूट मित्रता को दर्शाता है.''
दोनों नेताओं के बीच बेहतर तालमेल यूरोपीय क्षेत्र में भारत की मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित करने में मददगार होगी क्योंकि फ्रांस 27 देशों वाले यूरोपीय संघ का प्रमुख सदस्य है. भारत और यूरोपीय संघ ने 8 साल से अधिक समय के बाद जून 2022 में लंबे समय से लंबित पड़े मुक्त व्यापार और निवेश समझौते के लिए बातचीत बहाल की थी. कई दौर की चली चर्चा के बाद 2013 में मुक्त व्यापार समझौते को निलंबित कर दिया गया था.