बिश्केक: पीएम मोदी और इमरान खान के बीच मुलाकात, लीडर्स लाउंज में मिले दोनों नेता- सूत्र
SCO Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरा और कहा कि आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन और वित्त प्रदान करने वाले राष्ट्रों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है. किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में आयोजित शिखर सम्मेलन में पीएम बोल रहे थे.
बिश्केक: किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में एससीओ सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के पीएम इमरान के बीच मुलाकात की खबर है. सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच लीडर्स लाउंज में मुलाकात हुई. इस मुलाकात की जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी दी. शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि ये कोई पहले से सोची समझी बातचीत नहीं थी लेकिन दोनों नेताओं ने एक दूसरे का हालचाल पूछा. जब कुरैशी से ये पूछा गया कि मुलाकात कितनी देर चली तब उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई स्टॉप वॉच नहीं थी. भारत सरकार के सूत्रों की ओर से भी इस बात की पुष्टि कर गई है.
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिश्केक में पाकिस्तान के पीएम से किसी भी तरह की मुलाकात नहीं थी. गुरुवार को डिनर के दौरान दोनों नेता एक ही मेज पर सिर्फ चार कुर्सियों के फासले पर बैठे थे. लेकिन दोनों बीच ना मुलाकात हुई थी और ना ही दुआ सलाम. आज जब एससीओ से जुड़े देशों के नेता मंच पर फोटो के लिए पहुंचे तो इस दौरान भी दोनों नेताओं ने एक दूसरे को नजरअंदाज कर दिया.
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने एससीओ के मंच से स्पष्ट संकेत दिया कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद पर कोई ठोक कार्रवाई नहीं करता किसी भी तरह की बातचीत संभव नहीं है. आतंकवाद को लेकर भारत के मुद्दे का एससीओ ने अपने घोषणा पत्र में ना सिर्फ समर्थन किया बल्कि ये भी माना कि सीमापार से आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है.
पीएम मोदी ने आज एससीओ के मंच से आतंकवाद पर जोरदार प्रहार करते हुए पूरे विश्व को आंतक के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया था. पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारों-इशारों में उसे लताड़ लगाई. उन्होंने कहा कि आतंकवाद रोज मासूमों की जान लेता है. सभी को इसके खिलाफ कदम उठाना चाहिए. आतंकवाद का साथ देने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मौजूदगी में पीएम मोदी ने कहा, ''पिछले रविवार को श्रीलंका की अपनी यात्रा के दौरान मैं सेंट एंटनी के चर्च गया था वहां मुझे आतंकवाद के उस घिनौने चेहरे का स्मरण हुआ जो हर कहीं भी प्रकट होकर मासूमों की जान लेता है. इस खतरे से निपटने के लिए सभी मानवतावादी ताकतों को अपने संकीर्ण दायरे से निकलकर एकजुट हो जाना चाहिए.''
पीएम मोदी ने कहा, ''आतंकवाद को प्रोत्साहन, समर्थन और वित्त प्रदान करने वाले राष्ट्रों को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है. एससीओ सदस्यों को आतंकवाद का सफाया करने के लिए पूरी शक्ति का इस्तेमाल करना चाहिए. भारत आतंकवाद से निपटने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन का आह्वान करता है.'' पीएम मोदी ने श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए आंतक को जड़ से खत्म करने और आतंकवादियों को शह देने वाल पाक सरीखे देशों के खिलाफ कड़े कदम उठाने की अपील की.
इस सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव समेत कई नेता शामिल हुए.