प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ फोन पर बात की. दोनों नेताओं ने यूक्रेन की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी ने युद्ध को समाप्त करने और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने के लिए भारत की लगातार अपील को दोहराया. 


पीएमओ के अनुसार उन्होंने समकालीन विश्व व्यवस्था के आधार के रूप में अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के संबंध में भारत की धारणा पर जोर दिया. बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच करीब एक महीने से युद्ध जारी है. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी का कहना है कि रूस के हमले के मद्देनजर अब तक 35 लाख से अधिक लोग यूक्रेन से चले गए हैं. 


पीएम मोदी और बोरिस जॉनसन ने द्विपक्षीय हितों के मुद्दों पर भी चर्चा की और व्यापार, प्रौद्योगिकी, निवेश, रक्षा और सुरक्षा, और लोगों से लोगों के संबंधों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और गहरा करने की क्षमता पर सहमति व्यक्त की. प्रधानमंत्री मोदी ने द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौते पर चल रही वार्ता में सकारात्मक गति पर संतोष व्यक्त किया.


उन्होंने पिछले साल दोनों नेताओं के बीच वर्चुअल समिट के दौरान अपनाए गए 'इंडिया-यूके रोडमैप 2030' को लागू करने में हुई प्रगति की भी सराहना की. प्रधान मंत्री ने आपसी सुविधा के अनुसार, जल्द से जल्द भारत में पीएम जॉनसन का स्वागत करने की अपनी इच्छा व्यक्त की और उन्हें भारत आमंत्रित किया. 


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