PM Modi Petrol Diesel Price: देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दामों को लेकर केंद्र सरकार विपक्ष के निशाने पर है. लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना को लेकर हुई मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में गैर बीजेपी शासित राज्यों पर बड़ा आरोप लगा दिया. पीएम मोदी ने कहा कि, जब केंद्र की तरफ से राज्यों से कहा गया था कि पेट्रोल-डीजल पर VAT कम करें तो कई राज्यों ने ऐसा नहीं किया. अब पीएम मोदी के इस आरोप का विपक्ष ने जवाब दिया है.
कांग्रेस ने जारी किए आंकड़े
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम मोदी को जवाब देते हुए यूपीए सरकार और मौजूदा एनडीए सरकार में एक्साइज ड्यूटी के आंकड़े जारी किए. साथ ही मांग करते हुए कहा कि पेट्रोल और डीजल पर जो एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गई उसे तुरंत वापस लिया जाए.
सुरजेवाला ने लिखा, मोदी जी, कोई आलोचना नहीं, कोई डिस्ट्रैक्शन नहीं और कोई जुमले नहीं... कांग्रेस के दौर में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी ₹9.48 प्रति लीटर थी और डीजल पर ₹3.56 प्रति लीटर... लेकिन मोदी सरकार के दौर में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी ₹27.90 प्रति लीटर और डीजल पर ₹21.80 प्रति लीटर है. इस हिसाब से सरकार तुरंत पेट्रोल और डीजल पर 18 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम करे.
महाराष्ट्र ने दी ये सफाई
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि, पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर वैट कम करने के मुद्दे पर भी पीएम मोदी से बात हुई, इसके बारे में मुख्यमंत्री फैसला लेंगे. लेकिन हमारा राज्य सबसे ज्यादा टैक्स देता है. उन्होंने कहा कि, आज प्रधानमंत्री के साथ हुई मीटिंग में कोरोना के देशभर की हालत पर चर्चा हुई. टेस्टिंग पर बात हुई. महाराष्ट्र में अभी कोरोना को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है.
सफाई देने की कोशिश कर रहे थे पीएम - झारखंड स्वास्थ्य मंत्री
इस बैठक के बाद झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि, PM ने आज स्वास्थ्य को लेकर बैठक की, लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य पर बातें कम और पेट्रोल-डीजल पर ज्यादा बात की. जिससे बैठक राजनीतिक हो गई. उन्होंने झारखंड का नाम भी लिया तो मुझे लगता है कि बैठक पेट्रोल-डीजल के दाम में हो रही वृद्धि पर सफाई देनी की कोशिश थी.
पीएम मोदी के राज्यों पर लगाए गए आरोप को लेकर डीएमके सांसद टीकेएस एलंगोवन ने कहा कि, पीएम मोदी ने तेल पर टैक्स कम करने के लिए सिर्फ विपक्षी राज्यों का ही जिक्र किया. वो ये नहीं कह सकते थे कि गुजरात और कर्नाटक को भी टैक्स घटाना चाहिए. भारत सरकार जितना टैक्स वसूल रही है वो इन राज्यों के टैक्स से तीन गुना ज्यादा है.
क्या बोले थे पीएम मोदी?
दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक की. लेकिन इस बैठक में उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दामों का भी जिक्र किया. पीएम ने कुछ गैर बीजेपी शासित राज्यों का नाम लेते हुए कहा कि, जब केंद्र की तरफ से तेल पर वैट घटाया गया था तो राज्यों से भी अपील की गई थी कि वो भी ऐसा करें. लेकिन महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, झारखंड, केरल ने ऐसा नहीं किया. इस दौरान पीएम ने इन राज्यों में पेट्रोल के दाम भी बताए और कहा कि राज्यों को अब वैट में कटौती करनी चाहिए.