PM Modi Speech in Parliament Budget Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए विपक्ष के नेताओं पर उनके भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव, झारखंड के पूर्व सीएम सोरेन व अन्य का नाम लिए बिना उनके भ्रष्टाचार की चर्चा सदन में की.
पीएम मोदी ने कहा, 'आज देश का दुर्भाग्य है. आज जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो चुके हों, जो जेलों से समय निकालकर पेरोल पर आये हैं. ऐसे चोरों का महिमामंडन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिनके गुनाह सिद्ध हो चुके हैं, जो सजा काट रहे हैं, ऐसे लोगों का महिमामंडन कर रहे हैं. आप युवा भविष्य पीढ़ी को ये क्या कल्चर देंगे? आप इनको महान बता रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां स्वतंत्र हैं. संविधान से उनको शक्तियां प्राप्त हैं. जज करने का अधिकार न्यायधीश का है, वो अपना काम कर रहे हैं. जिसको जितना जुल्म मुझ पर करना है कर लें, मेरी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी, जिसने देश को लूटा है उसे पाई-पाई वापस करनी पड़ेगी.
'10 साल पहले सिर्फ भ्रष्टाचार, घोटाले की चर्चा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार पर एजेंसियां एक्शन ले रही हैं. 10 साल पहले संसद में भ्रष्टाचार, घोटाले की चर्चा पर पूरा समय चला जाता था और सदन कार्रवाई की मांग करता रहता था. यूपीए सरकार के कार्यकाल में एजेंसियों का प्रयोग सिर्फ राजनीति के लिए किया जाता था.
'ईडी ने 1 लाख करोड़ की संपत्ति जब्त की'
उन्होंने कहा कि पीएमएलए एक्ट के तहत पहले के मुकाबले दो गुना ज्यादा केस दर्ज किए. 5000 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी और हमारे कार्यकाल में ईडी ने 1 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की. उन्होंने कहा कि सबको पता है किस राज्य में कहां पर किस-किस के घर में नोटों के ढेर मिले हैं. यूपीए सरकार में 10-15 लाख करोड़ के घोटालों की चर्चा हुई, जिसको हमने अब जनता की भलाई और कल्याण की योजनाओं में लगाने का काम किया है.
'यूपीए शासनकाल में महंगाई रही डबल डिजिट'
उन्होंने यूपीए के शासनकाल में महंगाई का जिक्र करते हुए कहा कि वो डबल डिजिट में थी जिसको नकार नहीं सकते हैं. कांग्रेस जब-जब आई महंगाई को मजबूत किया है. एनडीए सरकार ने महंगाई को दो-दो युद्धों के बाद नियंत्रण में रखने का काम किया है.
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