नई दिल्ली: बीजेपी विरोधी गठबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमला बोला है. आज तमिलनाडु के बूथ कार्यकर्ताओं से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अगर सरकार इतना खराब काम कर रही है तो फिर विरोधियों को गठबंधन की जरूरत क्यों हैं? प्रधानमंत्री लगातार बीजेपी विरोधी गठबंधन पर हमलावर हैं, कल प्रधानमंत्री ने दिल्ली के रामलीला मैदान में एसपी-बीएसपी गठबंधन को ठगबंधन करार दिया था.


आज क्या बोले प्रधानमंत्री?
प्रधानमंत्री ने बूथ कार्यकर्ताओं से कहा, ''हमारे जो विरोधी दोस्त हैं वो बहुत कंफ्यूज़ हैं. वे यह कहने का कोई मौका नहीं छोड़ते कि मोदी बुरा है, सरकार काम नहीं कर रही, लोगों को बीजेपी पसंद नहीं है. फिर भी, जो पहला काम वो करते हैं वो ये कि एक मौकपरस्त गठबंधन करते हैं उन लोगों के साथ जिन्हें अब तक पसंद नहीं करते थे या शायद अब भी नहीं करते.''


विरोधियों पर वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए पीएम ने कहा, ''आज मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि बीजेपी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी. ये सिर्फ मोदी या किसी और नेता की वजह से नहीं बल्कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की वजह से होगा. अन्य पार्टियों की तरह हम बाटों और राजकरो या वोट बैंक इकट्ठा करने की राजनीति नहीं करते.''


प्रधानमंत्री ने एसपी-बीएसपी गठबंधन को बताया ठगबंधन
मायावती-अखिलेश के गठबंधन पर हमला बोलते पीएम मोदी ने इसे ठगबंधन का नाम दिया. दिल्ली के रामलीला मैदान में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद में प्रधानमंत्री ने कहा, ''राजनीति विचारों पर की जाती है. गठबंधन विजन पर बनते हैं. लेकिन ये पहला मौका है जब ये सभी राजनीतिक दल सिर्फ एक व्यक्ति को हराने के लिए एकजुट हो रहे हैं. गठबंधन 'मजबूर' सरकार बनाने के लिए एकजुट हो रहा है.''


माया-अखिलेश के गठबंधन का सीट शेयरिंग फॉर्मूला
सूबे की 80 सीटों में से समाजवादी पार्टी 38 और बीएसपी 38 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस गठबंधन ने कांग्रेस को भले ही जगह नहीं दी हो लेकिन अमेठी और रायबरली की दो सीटें जरूर छोड़ी है. अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से सोनिया गांधी सांसद हैं. एसपी-बीएसपी गठबंधन ने अन्य छोटे दलों के लिए दो सीटें छोड़ी है. छोटे दलों में पीस पार्टी, निषाद पार्टी या आरएलडी हो सकती है.