कौन हैं इकबाल अंसारी, जिन्हें मिला था सबसे पहला राम मंदिर भूमिपूजन का निमंत्रण
Iqbal Ansari: अयोध्या में पीएम मोदी का काफिला जब पांजी टोला इलाके से गुजरा तो इकबाल अंसारी ने प्रधानमंत्री पर गुलाब के फूल बरसाए. इकबाल अयोध्या भूमि विवाद मामले के वादियों में से एक थे.
Iqbal Ansari Showered Rose Petals On PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (30 दिसंबर) को अयोध्या का दौरा किया. इस दौरान लोगों ने पीएम मोदी पर फूल बरसाकर उनका स्वागत किया. इन फूल बरसाने वालों में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मुकदमे के मुद्दई इकबाल अंसारी भी थे. इकबाल अंसारी को अयोध्या में राम मंदिर के 'भूमि पूजन' का पहला निमंत्रण कार्ड मिला था.
रोड शो के दौरान जब पीएम मोदी का काफिला पांजी टोला इलाके से गुजरा तो इकबाल ने पीएम मोदी पर गुलाब के फूर बरसाए. इस संबंध में इकबाल अंसारी ने कहा, "वह (मोदी) हमारे यहां आए हैं. वह हमारे मेहमान और हमारे प्रधानमंत्री हैं."
कौन हैं इकबाल अंसारी?
इकबाल अंसारी अयोध्या भूमि विवाद मामले के वादियों में से एक थे. उनके पिता हाशिम अंसारी भूमि विवाद केस के सबसे उम्रदराज वादी थे. 2016 में 95 वर्ष की उम्र में हाशिम अंसारी की मौत हो गई थी, जिसके बाद इकबाल ने अदालत में मामले को आगे बढ़ाया.
पीएम मोदी पर बरसाईं फूल की पंखुड़ियां
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार अंसारी ने माना कि यह खुशी की बात है कि पीएम मोदी दर्शन के लिए अयोध्या गए. उन्होंने सुझाव दिया कि राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान प्रधानमंत्री को ही करना चाहिए. अंसारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, "जब पीएम मोदी का काफिला मेरे घर के सामने से आया तो मैंने उन पर गुलाब की पंखुड़ियां बरसाईं. इस दौरान मेरे परिवार के सदस्य भी मौजूद थे."
गौरतलब है कि केस के वादी इकबाल अंसारी, हाजी महबूब और मोहम्मद उमर ने इस बात से इनकार कर दिया था कि अयोध्या विवाद का फैसला अदालत के बाहर हो सकता है. इस संबंध में अयोध्या में स्थानीय मुसलमानों की एक बैठक भी हुई थी. इसमें एक प्रस्ताव पारित किया गया था. इसमें कहा गया था कि मुसलमान मस्जिद को किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित नहीं करेंगे.
2019 कोर्ट ने सुनाया था फैसला?
इसके बाद 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में विवादित स्थल पर एक सरकारी ट्रस्ट के जरिए राम मंदिर के निर्माण का समर्थन किया और फैसला सुनाया कि हिंदू पक्ष को मस्जिद के लिए मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देनी होगी.
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने अयोध्या में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी और यहां रिडेवलप किए गए रेलवे स्टेशन और एक नवनिर्मित हवाई अड्डे का उद्घाटन किया. इसके बाद प्रधानमंत्री ने एक रैली को संबोधित किया और लोगों से राम मंदिर की 'प्राण प्रतिष्ठा' के दिन को 'दीपावली' के रूप में मनाने और अपने घरों में दीये जलाने की अपील की.
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