तीन देशों के दौरे पर निकले पीएम मोदी आज फिलिस्तीन जाएंगे
इजरायल के बाद फिलिस्तीन पहुंचने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे मोदी. मुस्लिम देश फिलिस्तीन चाहता है कि पीएम मोदी इजरायल से झगड़ा सुलझाएं.
नई दिल्ली: तीन देशों की यात्रा पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल रात जॉर्डन पहुंचे. जॉर्डन की राजधानी अम्मान में जब मोदी एयरपोर्ट पर पहुंचे तो गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया.
मोदी के होटल फोर सीशंस के बाहर इंडियन कम्युनिटी के लोग भारत माता की जय के नारे लगाते भी दिखे. यहां मोदी ने लोगों के साथ सेल्फी भी खिचवाई और बच्चों से बात भी की. मोदी ने इसके बाद जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात की.
जॉर्डन के किंग के साथ मुलाकात के बाद मोदी ने ट्वीट किया, ''जॉर्डन के शासक किंग अब्दुल्ला द्वितीय के साथ एक शानदार बैठक हुई. हमारी चर्चा भारत और जॉर्डन के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देगी.''
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी ने फिलीस्तीन यात्रा के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए किंग का आभार प्रकट किया.
पिछले 30 सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली जॉर्डन यात्रा है. 1950 में राजनयिक संबंधों के शुरू होने के साथ ही भारत और जॉर्डन का दोस्ताना रिश्ता रहा है.फिलिस्तीन जाएंगे प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मुस्लिम देश फिलीस्तीन के दौरे पर जाएंगे. फिलीस्तीन का दौरा बेहद अहम है क्योंकि वहां के प्रधानमंत्री ने मोदी को वर्ल्ड लीडर कहा है और मदद मांगी है. इसकी वजह साफ है कि पीएम मोदी ने इजरायल से भी गहरी दोस्ती गांठ ली है और फिलीस्तीन से भारत का नाता तो काफी पुराना है. प्रधानमंत्री मोदी फिलीस्तीन जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं.
वह आज रामल्ला में यासर अराफात म्यूजियम भी जाएंगे. इसके बाद पीएम मोदी फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास समेत वहां के नेतृत्व के साथ आपसी संबंधों के विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे।
क्यों अहम है प्रधानमंत्र मोदी का फिलिस्तीन दौरा? भारत ने फिलीस्तीन को बुनियादी क्षेत्र में विकास के लिए मदद की है. 2015 में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी फिलीस्तीन की यात्रा पर गए थे. प्रणब मुखर्जी की यात्रा के बाद से फिलीस्तीन में तीन करोड़ डॉलर की परियोजनाओं पर काम शुरू हो चुका है.
मोदी की यात्रा के दौरान स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, पर्यटन, खेल और कृषि के क्षेत्र में बातचीत होगी. भारत अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर लगातार फिलीस्तीन का समर्थन करता रहा है. भारत ने ट्रंप के येरुशलम को इजरायल की राजधानी के एलान के खिलाफ भारत ने UN में वोटिंग की थी.