Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली के भारत मंडपम में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन से अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. लोकसभा चुनाव में जीत का मंत्र दिया. विपक्ष पर निशाना साधा. कांग्रेस की नीतियों पर हमला किया. फिर वो दावा किया, जो विपक्ष की धड़कनें बढ़ाने वाला है .
पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी को 370 का माइल स्टोन पार करना ही होगा. इसके लिए कार्यकर्ताओं को हर घर जाना होगा. हर वर्ग, हर समाज और हर पंथ का विश्वास हासिल करना होगा. उन्होंने कहा कि अगर एनडीए को 400 का आंकड़ा पार करना है तो बीजेपी को 370 का माइल स्टोन पार करना ही होगा.
प्रधानमंत्री के बयान से साफ समझ आता है कि वो इस बात लेकर आश्वस्त हैं कि लोकसभा चुनाव में NDA की सत्ता में वापसी तय है. पीएम मोदी को यकीन है कि अब सिर्फ इस बात का फैसला होना है कि चुनाव में बीजेपी की सीटें कितनी कम या ज्यादा होती है?
फंस सकता है बड़ा पेंच
जिन राज्यों में 2019 में BJP का खाता नहीं खुला था वहां भी उपस्थिति दर्ज करानी है. ये कैसे होगा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रणनीति साफ कर दी है. उन्होंने कहा कि इसके लिए हर नए वोटर तक पहुंचना है. हर एक लाभार्थी तक पहुंचना है. सबका साथ, सबका विकास हमारे काम से ही झलकता है.
महिलाएं, युवा, गरीब, किसान और लाभार्थी. ये वो तबका है जिस पर बीजेपी की नजर है. मतदाताओं के इन 5 वर्ग पर बीजेपी का पूरा फोकस है. यूं तो इन 5 वर्गों को साधने के लिए विकसित भारत का कारवां पिछले साल यानी 2023 के आखिर में ही भारत भ्रमण पर रवाना हो गया था. अब चुनाव की घड़ी दस्तक दे रही है तो बीजेपी ने नए सिरे से इन वर्गों की घेराबंदी का प्लान तैयार कर दिया है.
विकसित भारत का सपना
जब विपक्ष जातिगत जनगणना और ओबीसी अधिकारों का मुद्दा उठा रहा है तब बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी GYAN फार्मूले के जरिए विकसित भारत संकल्प का सपना दिखा रहे हैं. सभी परिवारों के पास पक्का घर, हर घर तक 24 घंटे बिजली, किसान कल्याण, अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाना और सबसे जरूरी प्रति व्यक्ति आय में बढ़ोतरी. ये विकसित भारत के लिए जरूरी वो तमाम शर्तें जो देश में हर वर्ग के मतदाता के कल्याण से जुड़ी है. बीजेपी को यकीन है कि जब विकसित भारत का सपना आकार लेगा तो उसके समर्थन में मतदाताओं की तादात का विस्तार होना तय है.
दरअसल मकान, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा ये वो बुनियादी जरूरते हैं जो कि हर एक वर्ग से जुड़ी है. फिर वो किसी भी जाति या धर्म का क्यों न हो और बीजेपी की कोशिश भी यही है कि हिंदुत्व के धुरी पर जो मतदाता अब तक उससे दूरी बनाते आए हैं वो आने वाले लोकसभा चुनाव में विकसित भारत की भगवा छतरी के नीचे नजर आएं.
इन लाभार्थियों के भरोसे बीजेपी
फ्री राशन स्कीम के जरिए 80 करोड़ लोगों लाभ मिल रहा है. पीएम आवास योजना के तहत पूरे देश में 4 करोड़ लोगों को आवास मिले. हर घर नल से जल योजना से 13.28 करोड़ ग्रामीण परिवारों को फायदा हुआ. पीएम सुरक्षा बीमा योजना के 34.18 करोड़ लाभार्थी हैं. पीएम जन आरोग्य योजना के जरिए 5.72 करोड़ लोगों का इलाज हुआ. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 11.27 करोड़ किसान रजिस्टर्ड हैं. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 11.31 करोड़ शौचालय बनाए गए
देशभर में अलग-अलग योजनाओं की लाभार्थियों की संख्या करोड़ों में है. बीजेपी ये अच्छी तरह जानती है कि अगर वो चुनाव में इन लाभार्थियों को साधने में कामयाब रही तो आसानी से 400+ के लक्ष्य तक पहुंचा जा सकता है. साफ है कि 400+ का लक्ष्य तय करने वाली बीजेपी की नजर कहां है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी जीत को लेकर कॉन्फिडेंट क्यों हैं.