PM Modi Bihar Visit: पीएम मोदी के दौरे से पहले विशेष राज्य का दर्जा देने की उठी मांग, JDU के उपेंद्र कुशवाहा ने कही ये बात
Bihar Special Status Demand: पीएम के बिहार दौरे के पहले जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पीएम से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है.
PM Modi Bihar Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से पहले एक बार फिर बिहार (Bihar) को विशेष राज्य दर्जा दिए जाने की मांग उठी है. पहले आरजेडी (RJD) ने ये मांग की. वहीं अब जेडीयू (JDU) की तरफ से ये मांग की गई है. जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने पीएम मोदी (PM Modi) से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है.
उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि प्रधानमंत्री के पटना आगमन पर एक विशेष अनुभूति का एहसास हो रहा है और वह है- बिहार और देश के वर्तमान मुखिया में एक खास किस्म की समानता का. मैंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत उस नेता के सानिध्य में की जिसके निधन के समय उनका बैंक एकाउंट खाली था और संपत्ति के नाम पर गांव में एक अदद झोपड़ी, वह भी पैतृक, आप ठीक समझ रहें हैं वह जननायक कर्पूरी ठाकुर ही थे.
पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार का किया जिक्र
उन्होंने आगे लिखा कि उनकी मृत्यु के उपरांत कबीर का यह दोहा फिर से स्मारित हुआ, "जस की तस धर दीनी चदरिया." उनके बाद मुझे अपने राजनीतिक सफर का अधिकांश हिस्सा नीतीश कुमार और एक छोटा हिस्सा (संसदीय जीवन का एक कार्यकाल) पीएम नरेंद्र मोदी के सानिध्य में रह कर पूरा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैं नीतीश कुमार और पीएम मोदी के बीच एक खास किस्म की समानता के बारे में बात कर रहा था. सत्तासीन होने के बाद नीतीश कुमार को अनेक तरह की चुनौतियों का सामना करना था, जिनमें से एक बड़ी चुनौती थी- काजल की कोठरी में रह कर अपने को बेदाग बचा लेना. ऐसा करने में वे पूर्णतः सफल भी रहे.
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार से रहे हैं दूर
उपेंद्र कुशवाहा ने लिखा कि आज मुझे गर्व होता है, यह सोच कर कि मुझे उस नेता के नेतृत्व में राजनीति करने का सौभाग्य मिला है जिसने भ्रष्टाचार को लेकर न सिर्फ जीरो टॉलरेंस की बात की, बल्कि अनेकों बार अपना-पराया का ख्याल किए बिना कठोरतम एक्शन लेने से भी परहेज़ नहीं किया. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की पार्टी में स्पष्ट तौर पर वैचारिक विभिन्नताएं हैं और स्वाभाविक रूप से रहेंगी, लेकिन नरेन्द्र मोदी की मंत्री परिषद के सदस्य के रूप में काम करते हुए मैंने वहां भी स्वयं अनुभव किया है कि उनकी आलोचना अलग कारणों से भले की जा सकती हो या की जा रही है, मगर भ्रष्टाचार रुपी काजल के पास उतनी स्याही नहीं कि अपनी छीटें उनके दामन तक पहुंचा सके.
पीएम से की विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की
उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री के बिहार आगमन पर मैं उनका पूरजोर स्वागत करता हूं और उनसे उम्मीद करता हूं कि बिहार को कुछ विशेष (राज्य का दर्जा) अवश्य ही देने की कृपा करेंगे. ये जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री के द्वारा नए संसद भवन की छत पर भारत के राष्ट्रीय चिन्ह, विशालकाय अशोक स्तंभ का अनावरण किया गया है. ये अति प्रशंसनीय और गौरवपूर्ण है, इस कार्य के लिए भी मैं उनके प्रति सहृदय कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. बता दें कि, पीएम मोदी (PM Modi) 12 जुलाई को बिहार (Bihar) आ रहे हैं. पीएम बिहार विधानसभा भवन शताब्दी स्मृति स्तंभ के लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे.
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