Assam Flood: असम में बाढ़ से हालात बद से बदतर, CM हिमंत बिस्वा सरमा से बात कर पीएम मोदी ने व्यक्त की चिंता
PM Modi Concern On Flood: असम में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी ने गहरी चिंता व्यक्त की है और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को केंद्र से भरपूर मदद करने का आश्वासन दिया.
Flood Situation in Assam: असम (Assam) में भारी बारिश (Heavy Rain) के बाद आई बाढ़ (Flood) ने राज्य के कई जिलों में जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. इस प्राकृतिक आपदा (Natural Disaster) के कारण लोगों को बहुत सी कठिनाइयों को सामना करना पड़ रहा है. इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) से बातचीत की है और हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार (Central government) से मदद करने का आश्वासन भी दिया है. इस बात की जानकारी खुद सीएम हिमंत ने दी है.
उन्होंने ज्यादा जानकारी देते हुए ट्वीट किया, 'आज सुबह 6 बजे के करीब पीएम नरेंद्र मोदी से मेरी बातचीत हुई. असम में बाढ़ की स्थिति को लेकर उन्होंने मुझसे जानकारी मांगी. प्राकृतिक आपदा की वजह से लोगों को हो रही कठिनाइयों पर उन्होंने चिंता व्यक्त की है और माननीय प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार से मदद देने का आश्वासन भी दिया है. उनके विनम्र आश्वासन से अभिभूत हूं.'
At 6 am today,Hon PM Shri @narendramodi ji called me to enquire about #flood situation in #Assam. While expressing his concerns over the hardships being faced by people due to this natural calamity,Hon PM assured all help from Central Govt.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 18, 2022
Humbled by his reassuring generosity.
35 जिलों में से 28 जिले बाढ़ से प्रभावित
असम में बाढ़ से क्या हालत हुई है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 35 जिलों वाले इस राज्य में 28 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं. इन 28 जिलों में 2930 गांवों के 19 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं शुक्रवार को हुई भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन में 2 बच्चों समेत 9 लोगों की जान चली गई. एक रिपोर्ट की अगर मानें तो सिर्फ बाढ़ की वजह से 54 लोगों की मौत हो चुकी है. गावों में स्थिति बेहद ही खराब है. जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे घर के घर पानी में डूब गए हैं. इतना ही नहीं यहां की 64 सड़कें भी टूट गई हैं और एनएच-15 तो पूरी तरह से पानी में डूब गया है. इसके अलावा दारांग जिले में एक पुल टूटने की भी खबर है.
कई हजार हेक्टेयर फसल से भरे खेतों को बाढ़ ने किया बर्बाद
रिपोर्ट के मुताबिक बाढ़ के पानी ने बाढ़ प्रभावित जिलों में 43338.39 हेक्टेयर फसल भूमि को जलमग्न कर दिया है. बेकी, मानस, पगलाड़िया, पुथिमारी, जिया भराली, कोपिली में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. मौजूदा समय में 1,08,104 बाढ़ प्रभावित लोग जिला प्रशासन द्वारा स्थापित 373 राहत शिविरों में रह हे हैं. तो वहीं बजली जिले में 3.55 लाख लोग, दरांग जिले में 2.90 लाख, गोलपाड़ा में 1.84 लाख, बारपेटा में 1.69 लाख, नलबाड़ी में 1.23 लाख, कामरूप में 1.19 लाख और होजई जिले में 1.05 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
सेना की 9 टीमें कर रहीं रेस्क्यू
बाढ़ से प्रभावित (Affective from Flood) जिलों बक्सा, नलबाड़ी, बजली, दरांग, तामुलपुर, होजई और कामरूप में राहत और बचाव अभियान (relief and rescue operations) चलाने के लिए सेना की कुल 9 संयुक्त टीमें (Joint Teams) काम कर रही हैं. इसके अलावा प्रदेश के प्रभावित अलग-अलग जिलों में एनडीआरएफ (NDRF), एसडीआरएफ (SDRF) और असम पुलिस (Assam Police) की अग्निशमन (Fire Brigade) और आपातकालीन सेवाएं भी बड़े पैमाने पर राहत अभियान चला रहे हैं.
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