(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Elections 2022: PM Modi ने की BJP शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक, विधानसभा चुनावों की रणनीति पर की चर्चा
Election 2022: बीजेपी हाल ही में यूपी समेत जिन राज्यों में उसकी सरकार है उन्हें वापस पाना चाहती है और जहां सरकार नहीं है वहां सरकार बनाने की कवायद कर रही है
UP Elections 2022: पांच राज्यों के चुनाव के ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर चुनावी रणनीति का खाका तैयार किया है. इस दौरान केंद्र की प्रमुख योजनाओं और राज्य सरकारों द्वारा किए गए कार्यों का एक प्रजेंटेशन भी तैयार किया गया. सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्रियों के सामने पेश किए गए प्रेजेंटेशन में विकास कार्यों के साथ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का विशेष रूप से जिक्र किया गया.
उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में होने है चुनाव
दरअसल उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव अगले साल फरवरी में होने हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) हाल ही में यूपी समेत जिन राज्यों में उसकी सरकार है उन्हें वापस पाना चाहती है और जहां सरकार नहीं है वहां सरकार बनाने की कवायद कर रही है. मुख्यमंत्रियों के साथ सम्मेलन में बीजेपी शासित हर राज्य के बेहतरीन कामों का एक प्रेजेंटेशन तैयार किया गया. जिसे सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे ने सबके सामने रखा.
इस प्रेजेंटेशन में उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था, अयोध्या राम मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, एयरपोर्ट निर्माण, केदारनाथ मंदिर, असम सरकार की स्कूल एजुकेशन, सोशल इंजीनियरिंग व अन्य का जिक्र किया गया है. साथ ही इस बात पर जोर दिया गया कि सभी लोग अपनी पार्टी की राज्य सरकारों के अच्छे कार्यों की चर्चा बार-बार करें.
ताकि लोग बीजेपी शासित राज्यों के कार्यों को समझ सकें. इसके अलावा गोवा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, असम और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने अपने राज्यों में किये गए कार्यों की एक रिपोर्ट पेश की. दरअसल बीजेपी जनता के बीच विकास की राजनीति के साथ आस्था का तड़का भी लगाना चाहती है. जिससे आम मतदाता को न सिर्फ विकास की जंजीर के जरिए जोड़ा जा सके बल्कि भावनात्मक रूप से भी उन्हें बीजेपी के प्रति बांध के रखा जा सके.
यही कारण है कि बीजेपी के सबसे बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि विकास की राजनीति के साथ आस्था के प्रमुख केंद्रों में किए गए कार्यों को जनता के बीच ले जाया जाए.