नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल मालदीव की यात्रा पूरी करने के बाद आज अपनी एक दिवसीय यात्रा पर श्रीलंका गए थे. वहां की यात्रा पूरी करके पीएम मोदी भारत के लिए रवाना हो चुके हैं. पीएम मोदी ने आज यात्रा के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने आपसी हित के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. मोदी बतौर प्रधानमंत्री दूसरी बार शपथ लेने के बाद पहली विदेश यात्रा के दूसरे चरण में आज श्रीलंका पहुंचे थे. उनकी यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ की नीति को महत्व की परिचायक है.


श्रीलंका और भारत के बीच संंबंधों को और मजबूत करने के लिए पीएम मोदी की इस यात्रा को अहम माना जा रहा है. जब पीएम मोदी श्रीलंका पहुंचे तो उनका स्वागत श्रीलंकाई प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने किया. इतना ही नहीं वापसी के समय भी रानिल विक्रमसिंघे पीएम मोदी को छोड़ने के लिए एयरपोर्ट तक आए.






यात्रा के दौरान ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने पारस्परिक हित के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की. सिरिसेना ने प्रधानमंत्री के सम्मान में भोज का आयोजन किया.’ इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन में मोदी का भव्य स्वागत हुआ. इस दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति सिरिसेना खुद को और प्रधानमंत्री मोदी को बारिश से बचाने के लिए छाता पकड़े हुए थे.





श्रीलंका में अप्रैल में ईस्टर के दिन हुए बड़े आतंकवादी हमले के बाद श्रीलंका की यात्रा करने वाले मोदी पहले विदेशी नेता हैं. इन हमलों में 250 से ज्यादा लोग मारे गए थे. हमलों के मद्देनजर पीएम मोदी की इस यात्रा को श्रीलंका के साथ एकजुटता से खड़े रहने के भारत के संकेत के रूप में माना जा रहा है.


पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कोलंबो में भारतीय समुदाय को संबोधित किया और कहा कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा संख्या में महिलाएं संसद पहुंची हैं. भारत संस्कारों से लोकतंत्र से जुड़ा हुआ है और काउंटिंग के बाद पूरा हिन्दुस्तान एक होता है. 130 करोड़ देशवासियों का कल्याण ही सरकार का लक्ष्य और जिम्मेदारी होती है. हमें देश को आगे ले जाना है और पांच साल में विकास की गति और बढ़ाऩी है. हर हिन्दुस्तानी का सपना पूरा करने के लिए प्रयास करना है.


पीएम मोदी को श्रीलंका के राष्ट्रपति ने बुद्ध की समाधि मुद्रा वाली प्रतिमा भेंट की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना से समाधि की मुद्रा में बुद्ध की प्रतिमा की प्रतिकृति उपहार में मिली है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘समाधि बुद्ध की प्रतिमा की यह प्रतिकृति सफेद सागवान का इस्तेमाल कर हाथ से बनाई गई है. इस श्रेष्ठ कृति को पूरा करने में लगभग दो साल लगे. प्रतिमा में बुद्ध जिस मुद्रा में हैं उसे ध्यान मुद्रा के तौर पर जाना जाता है.'






ट्वीट में कहा गया है, ‘एक खास मित्र से एक खास उपहार मिला है. राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को समाधि बुद्ध की प्रतिमा दी है. इसे अनुराधापुर युग की सबसे उत्कृष्ट कृतियों में से एक माना जाता है. मूल प्रतिमा चौथी और सातवीं ईसवी के बीच बनाई गई थी.’


पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति भवन में अशोक का पौधा लगाया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के आवास राष्ट्रपति भवन परिसर में सदाबहार अशोक का पौधा लगाया. सिरिसेना ने राष्ट्रपति सचिवालय में मोदी का स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने यहीं पर अशोक का पौधा लगाया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया है, ‘गहरी जड़ें, मजबूत संबंध प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने राष्ट्रपति भवन में पौधा लगाया’’ पौधे के पास एक पट्टिका भी रखी गई है, जिस पर लिखा है ‘अशोक सरका अशोक’ पौधा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोलंबो में नौ जून, 2019 को रोपा.






राष्ट्रपति सिरिसेना ने अपने कैबिनेट सहयोगियों का परिचय प्रधानमंत्री मोदी से कराया. इससे पहले राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत किया गया. मोदी मालदीव से कोलंबो आए थे. मालदीव में शनिवार को उन्होंने राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह से विभिन्न मुद्दों पर व्यापक बातचीत की थी.


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