अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ''ताउते'' से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए बुधवार को गुजरात और केंद्र शासित क्षेत्र दीव के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इसके बाद अहमदाबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात 'ताउते' की स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की. गुजरात के मुख्यमंत्री भी बैठक में उपस्थित रहे. मोदी चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए एक दिवसीय गुजरात दौर पर आज भावनगर पहुंचे जहां मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनका स्वागत किया.


पीएम नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों से बात की और ओएनजीसी बार्ज पर कर्मियों को बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान का जायज़ा लिया. अधिकारियों के मुताबिक गुजरात में चक्रवात ताउते के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 45 हो गई है. वहीं महाराष्ट्र में छह से अधिक लोगों की मौत हुई है.


चक्रवात 'ताउते' से प्रभावित सभी राज्यों में जान गंवाने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये सहायता राशि दी जाएगी. वहीं घायलों को 50-50 हजार दिए जाएंगे. पीएम मोदी ने इसका एलान किया है. उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों के साथ भारत सरकार पूरी एकजुटता के साथ है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी.



तूफान के कारण 200 से अधिक तालुकाओं में बारिश हुई


चक्रवात के कारण गिर सोमनाथ जिले के दीव और उना शहर के बीच सोमवार को जल भराव की स्थिति बन गई थी और इससे संपत्ति को भी खासा नुकसान पहुंचा है. क्षेत्र में पेड़ भी बड़ी संख्या में गिर गए हैं. गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे व पेड़ उखड़ गए और कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा. इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 13 लोगों की मौत भी हुई है.


चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुकाओं में बारिश हुई. एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने पहले ही दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था. मौसम विभाग ने कहा कि ताउते गुजरात के तट से ''बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान'' के तौर पर आधी रात के करीब गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर होकर ''गंभीर चक्रवाती तूफान'' और बाद में और कमजोर होकर अब ''चक्रवाती तूफान'' में बदल गया है.


16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा- रुपाणी


रुपाणी ने मंगलवार को कहा था कि 16000 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा, 40 हजार से ज्यादा पेड़ और 70 हजार से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए जबकि 5951 गांवों में बिजली चली गई. यह राज्य में आया, अब तक का सबसे भयावह चक्रवात बताया जा रहा है. ताउते के कारण सौराष्ट्र से लेकर उत्तरी गुजरात के तट तक भारी बारिश देखने को मिली. कम से कम 46 तालुका में 100 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई जबकि 12 में 150 से 175 मिलीमीटर तक बारिश दर्ज की गई.


चक्रवात ताउते दोपहर बाद अहमदाबाद जिले की सीमा से लगते हुए उत्तर की तरफ बढ़ गया . इससे पहले और इस दौरान भी यहां लगातार भारी बारिश हुई जिससे शहर के कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया.


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