नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रवार को कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स वीक (सेरावीक) के वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार से नवाजा गया. वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने यह सम्मान स्वीकार किया और इसे देश की जनता को समर्पित किया.


इस मौके पर उन्होंने कहा, "मैं बहुत विनम्रता के साथ सेरावीक वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार को स्वीकार करता हूं. मैं इस पुरस्कार को अपने महान देश की जनता को समर्पित करता हूं. मैं यह पुरस्कार अपनी भूमि की महान परम्परा को समर्पित करता हूं, जिसने पर्यावरण को हमेशा राह दिखाई है."


इस दौरान प्रधानमंत्री ने देश में एलपीजी कवरेज को लेकर भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि साल 2014 में एलपीजी की पहुंच 55 फीसदी थी जो कि अब 99.6 फीसदी हो गई है. पीएम ने कहा कि इससे महिलाओं का बहुत फायदा हुआ है. इसके अलावा पीएम ने ये भी कहा कि भारत में वेस्ट टू वेल्थ की खूब चर्चा है. उन्होंने कहा कि हमारे नागरिक अलग अलग सेक्टर्स में रिसाइकलिंग के यूनीक मॉडल्स पर काम कर रहे हैं.


सेरावीक वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण लीडरशीप पुरस्कार की शुरुआत 2016 में हुई थी. वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण के क्षेत्र में प्रतिबद्ध नेतृत्व के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है.


डॉक्टर डेनिएल येरगिन ने 1983 में सेरावीक की स्थापना की थी. इसकी स्थापना के बाद से हर साल मार्च महीने में हृयूस्टन में सेरावीक का आयोजन होता है. इसकी गिनती विश्व के अग्रणी ऊर्जा मंचों में होती है. इस साल यह आयोजन डिजिटल तरीके से एक से पांच मार्च तक हो रहा है.


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