PM Modi Congratulates Fiji New PM: फिजी में 16 साल के बाद सित्विनी राबुका के रूप में नया प्रधानमंत्री मिला है. देश में त्रिशंकु संसद के चुनाव के बाद कांटे की टक्कर में मिली जीत के बाद सित्विनी राबुका को पीएम चुना गया. राबुका 2021 में गठित राजनीतिक दल पीपुल्स एलायंस के नेता हैं. फिजी की सोशल डेमोक्रेटिक लिबरल पार्टी ने शुक्रवार को राबुका के पीपुल्स एलायंस और नेशनल फेडरेशन पार्टी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के लिए मतदान किया था जिसमें पीएम पद के लिए हुए गुप्त मतदान में राबुका को 28 वोट मिले, जबकि संसद के 27 सदस्यों ने फिजी नेता वोरके बैनिमारामा के लिए मतदान किया.
शनिवार को सित्विनी राबुका ने फिजी के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके पीएम पद की शपथ लेने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सित्विनी राबुका को ट्वीट कर बधाई दी. पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, 'मैं भारत और फिजी के बीच घनिष्ठ और लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं.'
ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के पीएम ने भी दी बधाई
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस ने सित्विनी राबुका को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पोस्ट में अपने देश और फिजी को एक ही "परिवार" के सदस्य के रूप में बताया है. उन्होंने कहा है कि 2023 में दोनों देश आपसी संबंधों को और भी मजबूत करने के लिए तत्पर हैं.
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने भी फिजी के नए पीएम सित्विनी राबुका को बधाई दी और कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध काफी घनिष्ठ हैं और अब हम राबुका के साथ बेहतर काम करने के लिए उत्सुक हैं. उन्होंने बैनिमारामा के नेतृत्व को भी स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने जलवायु परिवर्तन सहित कई क्षेत्रों में एक क्षेत्रीय नेता के रूप में "फिजी के लिए एक महत्वपूर्ण विरासत" बनाई है.
सित्विनी राबुका ने फ्रैंक बैनिमारामा को सिर्फ एक वोट से हराया
फिजी संसद की बैठक में 74 वर्षीय सित्विनी राबुका ने फ्रैंक बैनिमारामा को सिर्फ एक वोट से हराया है. पीपुल्स एलायंस पार्टी के प्रमुख राबुका को पिछले सप्ताह के करीबी और विवादास्पद चुनाव के बाद दो अन्य पार्टियों के साथ बहुमत गठबंधन बनाने के बाद पीएम बनाया गया है.
बैनिमारामा, जिन्होंने लगभग 16 वर्षों तक फिजी के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और चुनाव के बाद चुनाव परिणामों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. राबुका ने शनिवार की बैठक से पहले कहा था कि उनका लंबित चुनाव "फिजी के आधुनिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़" होगा. फिजी में पिछले 35 वर्षों में चार बार सैन्य तख्तापलट किया गया. राबुका और बैनिमारामा दोनों ने फिजी के पूर्व नेताओं को बाहर करने के पिछले कदमों में प्रमुख भूमिका निभाई है.
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