PM Modi On Egypt President: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी को तीसरी बार इस पद के लिए चुने जाने पर बधाई दी है. पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट में सोमवार (18 दिसंबर) कहा, ''राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर महामहिम अब्देल फतह अल-सिसी को हार्दिक बधाई. भारत-मिस्र रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए आपके साथ काम करने को उत्सुक हूं.''






इस साल तीन बार हो चुकी है पीएम मोदी और अल-सिसी की मुलाकात


बता दें कि इस साल दोनों नेताओं की तीन बार मुलाकात हो चुकी है. गणतंत्र दिवस के अवसर पर अब्देल फतह अल-सिसी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे. वह सितंबर में भारत में आयोजित हुए जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने आए थे. वहीं, इसी साल जून में पीएम मोदी ने दो दिवसीय मिस्र दौरा किया था, जब दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. मिस्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के सर्वोच्च सम्मान- ऑर्डर ऑफ द नाइल से सम्मानित किया था. दोनों देशों के बीच कई अहम समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए थे.


कैसे हैं भारत और मिस्र के बीच संबंध? 


बताया जाता है कि सम्राट अशोक के समय से भारत और मिस्र के संबंध हैं. वहीं, दोनों देशों के बीच 18 अगस्त 1947 राजनयिक संबंधों की स्थापना की गई थी. 2022-23 में भारत नेमिस्र के साथ 6,061 मिलियन अमेरिकी डॉलर का व्यापार किया है. 2022-23 में भारत छठे नंबर पर मिस्र का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. वहीं, मिस्र भारत का 38वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है.


मिस्र के राष्ट्रपति चुनाव का क्या रहा रिजल्ट?


अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्शन अथॉरिटी ने कहा है कि 10 से 12 दिसंबर के बीच हुए चुनाव में वोटों की गिनती के बाद अल-सिसी ने तीसरा कार्यकाल हासिल करने के लिए 89.6 फीसदी वोट प्राप्त किए हैं.


39 मिलियन (3 करोड़ 90 लाख) से ज्यादा मिस्रवासियों ने पूर्व सेना प्रमुख अल-सिसी के लिए मतदान किया, जिन्होंने एक दशक तक सबसे ज्यादा आबादी वाले इस अरब देश पर शासन किया है. मतदान, जिसके परिणाम पर थोड़ा संदेह था, यह तब हुआ जब मिस्र कई संकटों से जूझ रहा था, जिसमें पड़ोसी गाजा में इजरायल-हमास युद्ध और देश का अब तक का सबसे खराब आर्थिक संकट शामिल है.


अल-सिसी को मिले 3 करोड़ 90 लाख से ज्यादा वोट


अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख न्यायाधीश हेजम बदावी ने कहा कि राष्ट्रपति अल-सिसी को 39,702,451 वैध वोट मिले. उन्होंने कहा कि 67.3 मिलियन से ज्यादा पंजीकृत मतदाताओं में से 66.8 फीसदी मतदान हुआ. 


राष्ट्रपति चुनाव में देश और विदेश से करीब 44.8 मिलियन लोगों ने मताधिकार का प्रयोग किया. अल-सिसी का तीन उम्मीदवारों से मुकाबला था. अल-सिसी ने हेजेम उमर को हराया. तीसरे और चौथे स्थान पर फरीद जहरान और अब्देल सनद यामामा रहे. अल-सिसी 2014 में पहली बार मिस्र के राष्ट्रपति चुने गए थे, इसके बाद वह 2018 राष्ट्रपति बने थे.


यह भी पढ़ें- '...जो उचित समझो वो करो', चीन से तनाव के बीच जब सेना प्रमुख एमएम नरवणे से बोले राजनाथ सिंह