PM Modi Focus On Rajasthan Elections: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण को भारत के लिए महत्वपूर्ण दायित्व बताते हुए गुरुवार को कहा कि यह हमारी साझी जिम्मेदारी है. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें देशवासियों में जल संरक्षण के मूल्यों के प्रति फिर से प्राचीन आस्था पैदा करनी होगी.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, "हमें हर उस विकृति को भी दूर करना होगा जो जल प्रदूषण का कारण बनती है." पीएम ने कहा राजस्थान के आबूरोड में ब्रह्माकुमारी संस्थान के 'जल जन अभियान' की शुरुआत को लेकर आयोजित कार्यक्रम को डिजिटल तौर पर संबोधित करते हुए यह बात कही.


दरअसल ये राजस्थान में पीएम का तीसरा कार्यक्रम हैं. पीएम 28 जनवरी से ही राजस्थान में कार्यक्रम कर रहे हैं. साल 2023 के शुरुआत के दो महीनों के अंदर ही यहां ये पीएम का 3 कार्यक्रम है. कांग्रेस शासित इस राज्य में 2023 के आखिर में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. माना जा रहा है इसे लेकर बीजेपी का यहां खास फोकस है.


'देश जल को कल के तौर पर देख रहा है'


पीएम मोदी ने कहा, "जल जन अभियान ऐसे समय में शुरू हो रहा है जब पानी की कमी को पूरे विश्व में भविष्य के संकट के रूप में देखा जा रहा है. 21वीं सदी में दुनिया इस बात की गंभीरता को समझ रही है कि हमारी धरती के पास जल संसाधन कितने सीमित हैं."


उन्होंने कहा, ''इतनी बड़ी आबादी के कारण जल सुरक्षा भारत के लिए भी एक महत्वपूर्ण दायित्व है और हम सब की साझी जिम्मेदारी है. इसलिए आजादी के अमृतकाल में आज देश 'जल को कल' के रूप में देख रहा है. जल रहेगा तभी आने वाला कल भी रहेगा और इसके लिए हमें मिलकर आज से ही प्रयास करने होंगे.''


पीएम कहा, ''मुझे संतोष है कि जल संरक्षण के संकल्प को अब देश एक जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रहा है. ब्रह्मकुमारी के इस जल जन अभियान से जन भागीदारी के इन प्रयासों को नई ताकत मिलेगी.'' प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के ऋषियों ने हजारों वर्ष पहले ही प्रकृति, पर्यावरण व पानी को लेकर संयमित, संतुलित व संवेदनशील व्यवस्था का सृजन किया था.


उन्होंने कहा, "हमारे यहां कहा गया है कि हम जल को नष्ट न करें उसका संरक्षण करें. यह भावना हजारों वर्षों से हमारे आध्यात्म व धर्म का हिस्सा है. यह हमारे समाज की संस्कृति है हमारे सामाजिक चिंतन का केंद्र है. इसलिए हम जल को देव की संज्ञा देते हैं नदियों को मां मानते हैं.'' कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे.


4 दिन पहले ही पीएम गए थे राजस्थान


गुरुवार के इस कार्यक्रम के 4 दिन पहले ही पीएम मोदी राजस्थान गए थे. तब पीएम ने रविवार (12 फरवरी) को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड का पहला चरण राष्ट्र को समर्पित किया था. इस मौके पर उन्होंने कहा था कि हम लोग आधारभूत संरचना पर बहुत निवेश कर रहे हैं. इस निवेश का बहुत बड़ा फायदा राजस्थान को होने वाला है. इससे 14 दिन पहले शनिवार (28 जनवरी) को भी पीएम मोदी राजस्थान पहुंचे.


तब उन्होंने राजस्थान के मालासेरी गांव के मंच से 'भला जी भला देवजी भला' का उद्घोष किया था. प्रधानमंत्री यहां भीलवाड़ा में भगवान देवनारायण की 1111वीं जयंती समारोह में शिरकत के लिए पहुंचे थे. इस राज्य में तब बीते 4 महीने में पीएम का ये तीसरा दौरा था. तब पीएम मोदी ने कहा था कि यहां वो किसी पीएम की तरह नहीं बल्कि भक्ति भाव से आम इंसान की तरह एक यात्री के तौर पर आशीर्वाद लेने आए है.


कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने पार्टी को चेताया


न्यूज एजेंसी पीटीआई के इंटरव्यू में बुधवार (15 फरवरी) को कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि मामले में हद से अधिक देरी हो रही है. राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलने की परंपरा है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी को जल्द ही फैसला लेना होगा.


उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आक्रामक तरीके से प्रचार कर रहे हैं. राजस्थान पर फैसला जल्द होना चाहिए, ताकि चुनाव के लिए कांग्रेस को तैयार किया जा सके. 


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