नई दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की बीते मंगलवार को बेंगलुरु में गोली मारकर हत्या कर दी गई. हत्या के पीछे किसका हाथ है इसकी जांच चल रही है. देशभर में हत्या के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर निखिल दधीच नाम के शख्स ने मृत पत्रकार गौरी को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की है. हत्या के बाद हुए कुछ ट्वीट्स पर लोगों का काफ़ी ग़ुस्सा दिखा. इसमें सबसे ज़्यादा नाराज़गी इस ट्वीट को लेकर रही और twitter से ले बाहर तक इस बात पर काफ़ी रोष दिखा कि इस ट्विटर अकाउंट को पीएम मोदी भी फ़ॉलो करते हैं.


बीजेपी के कई बड़े नेता इस शख्स को करते हैं फॉलो


हैरान करने वाली बात ये है कि इस शख्स को सिर्फ पीएम मोदी ही नहीं बल्कि बीजेपी आलाकमान के लगभग एक दर्जन लोग भी इसे फॉलो करते हैं. इनमें गिरिराज सिंह, श्रीपद नाइक, भूपेन्द्र यादव, सतीश उपाध्याय, पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर, अश्विनी उपाध्याय, मनोज तिवारी, और तज़िंदर बग्गा जैसे बड़े नाम शामिल हैं.


ट्वीट डिलीट कर दिग्विजय सिंह और योगेंद्र यादव पर साधा निशाना


इस ट्वीट को लेकर जब सोशल मीडिया पर बवाल मचा तो उसने ट्वीट डिलीट कर दिया और बाद में कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और स्वराज अभियान के योगेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए लिखा कि उसके ट्वीट का गौरी लंकेश की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है और उसे इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि उसे पीएम मोदी फॉलो करते हैं.



हालांकि इस शख्स की टाइमलाइन कुछ और ही कहानी बयां करती है. विवादित ट्वीट डिलीट करने से पहले और बाद में भी उस टाइमलाइन पर इसी मुद्दे से जुड़े ट्वीट्स भरे हुए हैं. इस शख्स को फॉलो करने की वजह से पीएम मोदी की भी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है. पीएम फिलहाल तो म्यामांर के दौरे पर हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि वे वापस आकर इसका संज्ञान लेंगे.

सोशल मीडिया पर ये विवाद यही नहीं रूका बल्कि आज सुबह से लगातार #BlockNarendraModi टॉप ट्रेंडिंग टॉपिक बना हुआ है. लोग पीएम मोदी का अकॉउंक ब्लॉक कर रहे हैं  और उसका स्क्रीन शॉट भी शेयर कर रहे हैं.


कर्नाटक की कांग्रेस सरकार हत्यारों को पकड़ने से कोसों दूर


आपको बता दें कि गौरी लंकेश को कई बार बेहद संजीदा धमकियां मिली लेकिन वे इससे डिगी नहीं. वहीं उनकी हत्या को लेकर जो तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं उनमें एक बात ये भी की उनकी हत्या उनकी बेबाक पत्रकारिता की वजह से की गई. अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. मंगलवार की शाम हुई इस जघन्य हत्या को आज दो दिन हो जाएंगे, लेकिन कर्नाटक पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करना तो दूर उनके बारे में कोई अहम सुराग तक तलाश नहीं सकी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कर्नाटक सरकार से हत्यारों को पकड़ने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर पूरी रिपोर्ट मांगी है.