KT Rama Rao Shared Degree: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री मामले पर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता और तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव ने शुक्रवार (31 मार्च) को तंज कसा है. रामा राव ने अपना डिग्री सर्टिफिकेट ट्विटर पर शेयर करते हुए कहा कि उन्हें खुद के एजुकेशनल सर्टिफिकेट शेयर करने में कोई दिक्कत नहीं है. उन्होंने अपनी मास्टर्स की डिग्रियां शेयर करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की आलोचना की है.
केटी रामा राव ने ट्वीट कर के कहा कि मेरे पास पुणे विश्वविद्यालय से बायोटेक्नोलॉजी में मास्टर्स डिग्री है. साथ ही सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री भी है. केवल बता रहा हूं.
क्या है मामला?
गुजरात हाई कोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) के सात साल पुराने उस आदेश को शुक्रवार (31 मार्च) को रद्दकर दिया, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को पीएम मोदी की डिग्री के बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया था. जस्टिस वैष्णव ने अपने आदेश में कहा, ‘‘सीआईसी का 29 अप्रैल, 2016 का आदेश रद्द किया जाता है और याचिका मंजूर की जाती है.‘‘
केजरीवाल के वकील पर्सी कविना ने अदालत के इस आदेश पर रोक लगाने का आग्रह किया, लेकिन जस्टिस वैष्णव ने इससे इनकार कर दिया. इसके अलावा अदालत ने केजरीवाल पर जुर्माना भी लगाया. जस्टिस वैष्णव ने आप प्रमुख पर यह कहते हुए 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया कि जनहित याचिका "सार्वजनिक हित के विचारों" पर आधारित होने के बजाय राजनीति से प्रेरित थी.
फैसला आने के बाद केजरीवाल ने इसकी निंदा की. केजरीवाल ने ट्वीट किया कि क्या देश को ये जानने का भी हक नहीं है कि उनका प्रधानमंत्री कितना पढ़े हैं. कोर्ट में इन्होंने डिग्री दिखाए जाने का जबरदस्त विरोध किया. आखिर क्यों और क्यों? और उनकी डिग्री देखने की मांग करने वालों पर जुर्माना लगा दिया जाएगा. ये क्या हो रहा है. अनपढ़ या कम पढ़े लिखे पीएम देश के लिए बेहद खतरनाक हैं.